एक हजार भक्तों ने मां भलेई के दर्शन किए
छठे नवरात्र पर रविवार को स्वयंभू प्रकट मां भद्रकाली भलेई के दरबार में सैकड़ों भक्तों ने शीश नवाकर मां का आशीर्वाद लिया।
संवाद सहयोगी, डलहौजी : छठे नवरात्र पर रविवार को स्वयंभू प्रकट मां भद्रकाली भलेई के दरबार में सैकड़ों भक्तों ने शीश नवाकर मां का आशीर्वाद लिया। अवकाश होने के चलते भलेई मंदिर में तड़के से भक्तों के आने का क्रम शुरू हो गया था और यह सिलसिला देर शाम तक चलता रहा।
मंदिर प्रबंधक समिति के सदस्य व पुलिस कर्मचारी मंदिर में व्यवस्थाएं बनाए रखने में जुटे थे। समिति के सदस्य व पुलिस कर्मचारी भक्तों को मास्क पहनने, शारीरिक दूरी रखने व हाथों को सैनिटाइज करने के प्रति जागरूक कर रहे थे। वहीं कतार में खड़े रहकर अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे भक्त भी कोरोना से बचाव के सभी उपायों की पालना करते दिखे।
भक्तों ने अपनी बारी आने पर मंदिर के गर्भगृह के बाहर से ही मां भगवती भलेई के दर्शन किए। वहीं मंदिर में चल रहे दुर्गा सप्तशती के पाठ का भी श्रवण किया। मंदिर में सारा दिन मां भलेई के जयकारे गूंजते रहे।
मंदिर प्रबंधक समिति के अनुमान के अनुसार रविवार को करीब एक हजार भक्तों ने मां के दरबार में हाजिरी लगाई। उधर रविवार को काफी संख्या में भक्तों की आमद से स्थानीय व्यापारियों के चेहरे भी खिल गए। मालूम हो कि पहले नवरात्र से लेकर पांचवें नवरात्र तक भक्तों की संख्या में रोजाना कमी दर्ज की जा रही थी। जिससे भलेई बाजार के दुकानदारों को मंदी झेलनी पड़ रही थी परंतु रविवार को फिर से भक्तों की आमद से व्यापारियों का कामकाज फिर से चल निकला।
मंदिर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष कमल ठाकुर ने कहा कि मंदिर परिसर में कोरोना से बचाव हेतु सरकार द्वारा जारी सभी निर्देशों की पालना सुनिश्चित की जा रही है। मंदिर में भंडारों का भी आयोजन नहीं किया जा रहा है जबकि भक्त भी कोरोना से बचाव उपायों की पालना करते हुए ही मां भलेई के दर्शन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि रविवार को लगभग एक हजार भक्तों ने मंदिर में माथा टेका। कमल ठाकुर ने बताया कि कंजक पूजन व सुबह व शाम के समय होने वाली आरती में भी मंदिर प्रबंधक समिति के सदस्य व पुजारी समिति संख्या में ही शामिल हो रहे हैं।