स्वयंसेवियों को आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया
उपमंडलीय प्रशासन की ओर से आपदा प्रबंधन के लिए युवा स्वयंसेवियों को प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से स्थानीय बचत भवन में तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर शुरू किया गया है।
संवाद सहयोगी, डलहौजी : उपमंडलीय प्रशासन की ओर से आपदा प्रबंधन के लिए युवा स्वयंसेवियों को प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से स्थानीय बचत भवन में तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर शुरू किया गया है।
पहले दिन होमगार्ड चंबा के डिप्टी कमांडेंट नितेंद्र शर्मा ने प्रतिभागियों को आपदा प्रबंधन पर जानकारी दी। आपदा से बचाव के गुर सिखाए। उन्होंने कहा कि आपदा के पूर्व की तैयारी इसे रोकने में काफी मददगार साबित होती है। कहा आपदा बिना सूचना व चेतावनी के आती है। लिहाजा इस तरह के प्रशिक्षण शिविरों के आयोजन से स्वयंसेवकों को आपदा से निपटने के लिए तैयार किया जा रहा है ताकि प्रशिक्षित स्वयंसेवी अपने गांववासियों व स्वजनों को भी आपदा से निपटने के बारे में जागरूक कर सकें।
कार्यशाला के दौरान हासिल किए गए प्रशिक्षण से अपने गांव के लोगों को भी प्रशिक्षित करें। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिए यदि ग्रामीण स्तर पर लोग प्रशिक्षित होंगे तो किसी भी क्षेत्र में आपदा आने पर उसी क्षेत्र के लोग आपदा प्रबंधन की टीम आने से पहले ही अपना बचाव कर सकते हैं।
नितेंद्र शर्मा ने प्रतिभागियों को बचाव कार्य करने के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अग्निकांड जैसी आपदा के दौरान तीन उपायों ताप को कम करने, ऑक्सीजन को कम करने व ज्वलनशील पदार्थो को हटाने में से किसी एक भी उपाय को अपनाकर आग को काबू में किया जा सकता है।
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए एसडीएम जगन ठाकुर ने कहा कि आपदा प्रबंधन कर हम जोखिम को कम से कम कर सकते हैं। आपदा से पूर्व हम अपनी तैयारी कर दूरदर्शिता का परिचय दे सकते हैं। इस अवसर पर तहसीलदार डलहौजी राजेश जरयाल, नगर परिषद डलहौजी की अध्यक्ष रानी शर्मा, उपाध्यक्ष संजीव पठानिया, पार्षद प्रतिमा ठाकुर व अन्य पार्षदों सहित विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि, पंचायतों के जनप्रतिनिधि व गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।