कोरोना के बीच सलूणी पहुंची पहली छड़ी यात्रा
संवाद सहयोगी सलूणी कोविड-19 काल के दौरान भले ही उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा म
संवाद सहयोगी, सलूणी : कोविड-19 काल के दौरान भले ही उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा, लेकिन रस्में जरूर निभाई जाएंगी। इसी कड़ी में जम्मू कश्मीर के भद्रवाह (चिता) से मणिमहेश यात्रा की पहली छड़ी जन्माष्टमी न्हौण के लिए रवाना हो गई है। छड़ी यात्रा की अगवाई गूर राजेंद्र प्रसाद द्वारा की जा रही है। इसमें गणेश कुमार, अमरेश शर्मा, रमेश, संजू शर्मा, डॉ. मनोज, राजेश कुमार, लोकेश व ऋषि भी शामिल हैं।
शुक्रवार को छड़ी यात्रा सलूणी मुख्यालय में पहुंची। इस दौरान गूर सहित श्रद्धालुओं ने परंपरा के अनुसार नाग मंदिर में माथा टेका। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान इनके रहने व खाने का अपना बंदोबस्त है। कुल नौ लोगों को जिला प्रशासन डोडा व चंबा से यात्रा पर जाने की अनुमति मिली है। राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि वह पिछले 50 वर्षों से मणिहमेश यात्रा के दौरान छड़ी लेकर जा रहे हैं। 12 को जन्माष्टमी के न्हौण के बाद वापसी होगी। नौ लोग तीन गाड़ियां लेकर निकले हैं। कोविड-19 के दौरान सभी को सतर्क व जागरूक रहने की जरूरत है, ताकि महामारी को फैलने से रोका जा सके।