दो परिवारों की खुशियों पर गिरी बिजली
दुखद -दोनों परिवारों के मुखियाओं की जान जाने से टूटा दुखों का पहाड़ -पत्िनयों को
दुखद
-दोनों परिवारों के मुखियाओं की जान जाने से टूटा दुखों का पहाड़
-पत्िनयों को अंतिम वक्त में भी नसीब नहीं हुआ चेहरा देखना
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अनूप राणा, साहो
ग्राम पंचायत पल्यूर के न्योला गांव में बिजली तीन लोगों पर नहीं बल्कि दो परिवारों की खुशियों पर गिरी। हंसते-खेलते दो परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। दोनों परिवारों को कभी न भूलने वाला जिदगी भर का जख्म मिला। एक ही गांव के तीन लोगों की मौत के बाद पूरे क्षेत्र में हर किसी की आंख नम थी। सभी दोनों परिवारों के प्रति संवेदना जता रहे थे। दोनों परिवारों के महिलाओं को अंतिम समय में भी अपनों के दर्शन तक नहीं हुए।
बिजली गिरने के बाद पिता-पुत्र व भानजे को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज चंबा ले आए थे जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। अंतिम संस्कार कुनैला श्मशानघाट में किया गया। 50 वर्षीय जर्मो को उनके 13 साल के बेटे, 27 वर्षीय पवन को उसके भतीजे (चाचा का बेटा) व 30 वर्षीय अशोक को 52 वर्षीय पिता देशो ने मुखाग्नि दी।
वहीं, पवन तथा उसके पिता जर्मो की मौत के बाद पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। पिता व बेटा दोनों मेहनत मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण करते थे। परिवार में अब पवन के छोटा भाई, जो नवमीं कक्षा में पढ़ता है, पर सारी जिम्मेदारी आ गई है।
उधर, अशोक की मौत के बाद परिवार का एकमात्र सहारा छिन गया है। अशोक की शादी कुछ वर्ष पूर्व हुई थी, जिसके बाद परिवार ने एक बच्ची को गोद लिया था। अंतिम संस्कार के दौरान लोग दोनों परिवारों के बारे में बातें करते हुए नजर आए कि आखिर अब परिवार के प्रमुख मुखियाओं की मौत के बाद कैसे दोनों परिवार अपना गुजारा करेंगे। वीरवार को सुबह भारी बारिश भी हुई मानों आसमान भी तीनों की मौत पर आंसू बहा रहा हो।
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दो बेटियां अब किसे पुकारेंगी 'पापा'
पवन के घर में 18 दिन पूर्व बेटी ने जन्म लिया था। एक अन्य एक वर्ष की बड़ी बेटी भी है, जिसने अभी अच्छी तरह से पापा बोलना भी नहीं सीखा था। अब दोनों बेटियां कभी अपने पिता पवन को नहीं देख पाएंगी।