चुवाड़ी में कवियों ने जमाई महफिल
भाषा एवं संस्कृति विभाग जिला चंबा द्वारा विश्व मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य में राजकीय स्नातक महाविद्यालय चुवाड़ी में बहुभाषी कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिला भाषा अधिकारी तुकेश शर्मा ने इसका आगाज दीप प्रज्ज्वलन व कवियों द्वारा मां सरस्वती की वंदना से किया गया। इसके उपरांत जिला भाषा अधिकारी ने सभी कवियों का स्वागत किया तथा पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा रखी। कवि सम्मेलन का आयोजन तीन सत्रों में किया गया। पहले सत्र की अध्यक्षता जिला भाषा अधिकारी के साथ-साथ वयोवृद्ध कवि केवल कृष्ण बैहल वरिष्ठ कवि अशोक दर्द तथा वरिष्ठ कवि खेमराज खन्ना ने की। इस दौरान
संवाद सहयोगी, चंबा : भाषा एवं संस्कृति विभाग जिला चंबा द्वारा विश्व मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य में राजकीय स्नातक महाविद्यालय चुवाड़ी में बहुभाषी कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिला भाषा अधिकारी तुकेश शर्मा ने सम्मेलन का शुभारंभ किया। जिला भाषा अधिकारी ने सभी कवियों का स्वागत किया तथा पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा रखी। कवि सम्मेलन का आयोजन तीन सत्रों में किया गया। पहले सत्र की अध्यक्षता जिला भाषा अधिकारी के साथ-साथ वयोवृद्ध कवि केवल कृष्ण बैहल, वरिष्ठ कवि अशोक दर्द तथा वरिष्ठ कवि खेमराज खन्ना ने की। इस दौरान युवा कवयित्री सुलोचना देवी ने नशे पर, युवा कवि हेमराज ने शायरी के अंदाज में, बाल कवयित्री आभा शर्मा ने बाल गीत, युद्धवीर टंडन ने गीतिका, फिरोज कुमार रोज ने गजल गायकी, आशीष बैहल ने देश भक्ति पर, केवल सिंह ने हिदी तथा विकास गुप्ता ने पहाड़ी भाषा में अपनी कविता का पाठ किया। इसके उपरांत द्वितीय सत्र में वयोवृद्ध कवि कुलभूषण उपमन्यु, वरिष्ठ कवि सुभाष साहिल तथा वरिष्ठ कवि भूपेंद्र जसरोटिया ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इसमें अशोक दर्द ने भट्यायी बोली में, केआर सोनी ने चुराही बोली, अजय यादव ने उर्दू गजल गायकी में अनुज जमदग्नि तथा उत्तम सूर्यवंशी ने हिदी गीतिका शैली में, शाम अजनबी ने शायराना अंदाज में, केवल कृष्ण बैहल ने देशभक्ति कविताओं से समा बांधा। इसके उपरांत वयोवृद्ध कवियों में प्रभात सिंह, दीवानचंद ठाकुर एवं मदनलाल ने भट्यायी बोली में अपनी कविता का पाठ किया। अंतिम सत्र की अध्यक्षता वयोवृद्ध कवि प्रभात सिंह दीवान चंद ठाकुर एवं उत्तम चंद कौशल ने की। विनोद कुमार ने हिदी भाषा में, विक्रम सिंह कौशल ने भट्यायी भाषा में, सरवण कुमार वर्मा ने भरमौर बोली में, तपेश कुमार ने हिदी भाषा में करुणा पूर्ण शैली में तथा विनोद कुमार ने भट्यायी बोली में तथा खेम राज खन्ना ने चुराही बोली में सब के मन को आल्हादित कर दिया। कार्यक्रम के अंत में मंच संचालक एवं वरिष्ठ कवि जगजीत आजाद ने गायिका के अंदाज में अपनी कविता का पाठ किया। सम्मेलन में जिले के करीब 32 कवियों ने भाग लिया। इस पूरे कार्यक्रम के दौरान विभाग के रविद्र कुमार, शैशव, गर्भ सिंह तथा स्थानीय लोग भी उपस्थित रहे।