जम्मू के निसार ने जीता भलेई दंगल
जिला के सुप्रसिद्ध मंदिरों में शुमार भद्रकाली भलेई माता मंदिर को दो दिवसीय एतिहासिक मेला शुक्रवार को मां भलेई के मंदिर सहित भलेई क्षेत्र के सभी मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना दंगल मुकाबलों व सांस्कृतिक संध्या के साथ संपन्न हो गया। समापन दिवस पर आयोजित आयोजित दंगल मुकाबलों में एसएम स्टेशन कामांडर डलहौजी ब्रिगेडियर कौशिक मुखर्जी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। जबकि शाम के समय आयोजित सांस्कृतिक संध्या में डलहौजी पब्लिक स्कूल डलहौजी के निदेशक एवं प्रधानाचार्य डॉक्टर कैप्टन जीएस ढिल्लों ने मुख्यातिथि के रुप में उपस्थिति दर्ज करवाई। मंदिर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष कमल
फोटो सहित:14 बीएएन 63
कैप्शन: भलेई मेले के मुख्यातिथि व मंदिर प्रबंधक समिति के पदाधिकारी पहलवानों को सम्मानित करते हुए। संवाद सहयोगी, डलहौजी : भद्रकाली भलेई माता मंदिर का दो दिवसीय मेला शुक्रवार को संपन्न हो गया। समापन दिवस पर आयोजित आयोजित दंगल में एसएम स्टेशन कमांडर डलहौजी ब्रिगेडियर कौशिक मुखर्जी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की, जबकि शाम के समय आयोजित सांस्कृतिक संध्या में डलहौजी पब्लिक स्कूल डलहौजी के निदेशक एवं प्रधानाचार्य डॉक्टर कैप्टन जीएस ढिल्लों ने मुख्यातिथि के रुप में उपस्थिति दर्ज करवाई। मंदिर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष कमल ठाकुर, प्रचार सचिव अमर चंद शर्मा, उपाध्यक्ष राजकुमार ठाकुर, कोषाध्यक्ष मान सिंह, सलाहकार देशराज व सचिव राकेश कुमार सहित अमित शर्मा व समिति के सदस्यों ने मुख्यातिथि ब्रिगेडियर कौशिक मुखर्जी व डॉक्टर कैप्टन जीएस ढिल्लों का स्वागत किया। कौशिक मुखर्जी व जीएस ढिल्लों ने मेले के सफल आयोजन के लिए मंदिर प्रबंधक समिति व क्षेत्रवासियों को बधाई दी। कैप्टन जीएस ढिल्लों ने मंदिर प्रबंधक समिति को अपनी ओर से 51 हजार रुपये देने की घोषणा की। वहीं, डलहौजी विधानसभा हलके की विधायक आशा कुमारी जो कि किन्ही कारणों से मेले में शिरकत नहीं कर सकी उन्होंने भी मंदिर परिसर के विकास के लिए छह लाख रुपये देने की घोषणा की है। इस मौके पर आयोजित दंगल मुकाबलों में हिमाचल, पंजाब, दिल्ली, मेरठ व जम्मू के नामी पहलवानों सहित महिला पहलवानों ने भी दमखम दिखाए। मेले की बड़ी माली में जम्मू के निसार पहलवान ने भांदल के तालिब को पटखनी दी। जबकि छोटी माली में नुरपुर के अंकू पहलवान ने अमृतसर के बराड़ पहलवान को चित्त किया। मंदिर प्रबंधक समिति की ओर से मुख्यातिथि ने बड़ी माली के विजेता पहलवान को 25 हजार रुपये नकद व उपविजेता पहलवान को 20 हजार रुपये नकद तथा छोटी माली के विजेता पहलवान को 15 हजार रुपये नकद व उपविजेता पहलवान को दस हजार रुपये नकद पुरस्कार से सम्मानित करने के साथ महिला पहलवानों को भी आकर्षक नकद पुरस्कारों से सम्मानित किया। इसके उपरांत मेले की दूसरी व अंतिम सांस्कृतिक संध्या में पार्श्व गायिका निधि रस्तोगी सहित अजरुन गोपाल व सुभाष कौशल ने अपनी सुरमयी आवाज का जादू बिखरेते हुए पंडाल में मौजूद लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। डॉक्टर कैप्टन जीएस ढिल्लों ने मंदिर प्रबंधक समिति की ओर से कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। मेले में सैकड़ों लोगों ने उपस्थिति दर्ज करवाई।