शाही स्नान पर उमड़ा आस्था का सैलाब
उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा शुक्रवार को राधाष्टमी पर शाही न्हौण के साथ ही आधिकारिक तौर पर संपन्न हो गई।
संवाद सहयोगी, भरमौर : उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा शुक्रवार को राधाष्टमी पर शाही न्हौण के साथ ही आधिकारिक तौर पर संपन्न हो गई। वीरवार की तरह शुक्रवार को भी पवित्र मणिमहेश झील पर श्रद्धालुओं की आवाजाही जारी रही। इस दौरान काफी अधिक संख्या में श्रद्धालु मणिमहेश पहुंचे तथा पवित्र झील में आस्था की डुबकी लगाई। करीब 27 हजार श्रद्धालुओं ने शाही स्नान कर भोलेनाथ से मंगलकामना की।
इससे पूर्व वीरवार को करीब 25 हजार शिव भक्तों ने शाही स्नान किया था। शुक्रवार को भी पूरा क्षेत्र भोले के जयकारों के साथ गूंज उठा। कंपा देने वाले झील के ठंडे पानी में श्रद्धालुओं की आस्था कम न हुई। प्रशासन के अनुसार वीरवार और शुक्रवार को करीब 50 हजार से अधिक शिवभक्तों ने पवित्र स्नान किया है। बदलते मौसम के चलते श्रद्धालुओं ने पवित्र झील में डुबकी लगाने के बाद मणिमहेश में रुकने के बजाय वापस आना ही उचित समझा। नतीजतन, मणिमहेश की तरफ शुक्रवार से श्रद्धालुओं की आवाजाही कम होने लगी है। शनिवार को मणिमहेश में रुके श्रद्धालु, स्थानीय दुकानदार, कर्मचारी और लंगर लगाने वाली संस्थाएं भी अपना सामान समेटना आरंभ कर देंगी।
एसडीएम भरमौर मनीष सोनी ने बताया कि मणिमहेश यात्रा के दौरान इस बार श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए प्रशासन द्वारा कार्य किया गया है। बीते दिनों मौसम के कड़े तेवरों के कारण पुलिया बहने तथा रास्ते खराब होने के चलते यात्रा को रोकना पड़ा था। लेकिन, जल्द ही प्रशासन ने रास्ते बहाल कर यात्रा को सुचारू करवाया था। शुक्रवार को मौसम साफ रहने पर काफी अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र मणिमहेश झील में स्नान किया।