मानसून सक्रिय होने से पर्यटन कारोबार मंदा
जुलाई माह के पहले सप्ताह में ही पर्यटन नगरी डलहौजी में पर्यटन सीजन सिमटने लगा है। मानसून उतर आने से शहर में पर्यटकों की आमद कम होने लगी है। जबकि कई पर्यटक अब अपने घरों को वापस लौट रहे हैं। ऐसे में पर्यटन कारोबार भी मंदा होने लगा है। वहीं शहर के मुख्य चौक चौराहों से रौनक गायब होने लगी है। पर्यटन नगरी के होटलों का आक्यूपेंसी रेट भी कामी कम हो गया है। महज पड़ोसी राज्य पंजाब व जम्मू के ही पर्यटक इन दिनों खासतौर पर वीकएंड पर डलहौजी घूमने के लिए पहुंच रहे हैं। ज्ञात हो कि जून माह में पर्यटन सीजन डलहौजी में पिक पर था। शहर के होटलों में जहां ऑक्युपेंसी रेट सौ प्रतिशत चल रहा था। वहीं
संवाद सहयोगी, डलहौजी : जुलाई के पहले सप्ताह में ही पर्यटन नगरी डलहौजी में पर्यटन सीजन सिमटने लगा है। मानसून के सक्रिय होने से शहर में पर्यटकों की आमद कम होने लगी है। जबकि कई पर्यटक अब घरों को लौट रहे हैं। ऐसे में पर्यटन कारोबार भी मंदा होने लगा है। वहीं शहर के मुख्य चौक चौराहों से रौनक गायब होने लगी है। पर्यटन नगरी के होटलों में एक्यूपेंसी कम हो गई है। महज पड़ोसी राज्य पंजाब व जम्मू के ही पर्यटक आजकल खासतौर पर वीकएंड पर डलहौजी घूमने के लिए पहुंच रहे हैं।
जून में डलहौजी में पर्यटन सीजन पिक पर था। शहर के होटलों में जहां एक्यूपेंसी सौ फीसद थी वहीं शहर के प्रमुख पर्यटक स्थलों पंजपूला, आहला, लक्कड़मंडी, कालाटोप, डैनकुंड व खजियार सहित शहर के मुख्य चौक गांधी चौक व सुभाष चौक में भी पर्यटकों की खूब रौनक रह रही थी। बाजार में पर्यटकों की रौनक से व्यापारी भी खूब चांदी कूट रहे थे। मगर अब पर्यटन व्यवसाय मंदी की ओर जा रहा है।
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धरी की धरी रह गई उम्मीदें
होटल एसोसिएशन के महासचिव हरप्रीत सिंह मोनू का कहना है कि इस साल मई में पर्यटन सीजन वैसे ही मंदा रहा। मगर जून में पर्यटकों की आमद से पर्यटन कारोबारियों ने राहत की सांस ली थी। जून में अच्छा पर्यटन कारोबार होने से व्यापारियों को जुलाई में भी अच्छे काराबोर की उम्मीद थी। परंतु पर्यटन व्यवसायियों की उम्मीद मानसून के सक्रिय होने से धरी की धरी रह गई है। उन्होंने कहा कि अब आने वाले दो-तीन माह ओर मंदी की मार पर्यटन कारोबारियों को झेलनी पड़ेगी।