पीठ पर राशन ढोकर बुझा रहे भूख की आग
लंबे समय से सड़क सुविधा की मांग कर रहे हैं।
संवाद सहयोगी, सलूणी : ग्राम पंचायत मौड़ा के दिहोई गांव के लोगों ने सड़क सुविधा न मिलने पर लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान न करने का फैसला लिया है। गांव के 300 लोग लंबे समय से सड़क सुविधा की मांग कर रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसके बाद ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला लिया है। सड़क न होने से गांवों के लोगों को जरूरत की खाद्य सामग्री पीठ या खच्चरों पर लादकर घरों तक ले जानी पड़ती है। यही नहीं, यदि इन गांवों में कोई व्यक्ति बीमार हो जाता है तो उसे पीठ या पालकी पर उठाकर मीलों पैदल सफर करके सड़क तक ले जाना पड़ता है। इसमें लोगों का समय भी अधिक बर्बाद होता है और उन्हें मानसिक और आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ती है। बीमार व्यक्ति को समय पर उपचार भी नहीं मिल पाता। इसकी वजह से कई बीमार व्यक्ति बीच रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। स्थानीय लोगों प्रकाश कपूर, तेज राम, नीलम कुमार, सुभाष चंद, रामेश कुमार, दिनेश कुमार, अनिल कपूर, संजय कुमार, तिलक राज, अमित कुमार, संजना देवी, नीलिमा देवी, शीला देवी और आरती देवी का कहना है कि करीब चार वर्ष पहले विभाग ने तेलका से थलोगा गांव के लिए करीब पांच किलोमीटर सड़क का सर्वेक्षण करवाया था। इसमें डेढ़ किलोमीटर का कार्य तो पूरा हो गया, मगर उसके आगे का कार्य अभी शुरू नहीं हो पाया है। इसको लेकर लोगों में भारी रोष है। उन्होंने जिला प्रशासन और विभाग से मांग की है कि जल्द से जल्द तेलका-थलोगा सड़क का शेष कार्य शुरू करवाया जाए। जब लोकसभा के सभी प्रत्याशी यहां आकर सड़क निर्माण का कार्य पूरा नहीं करते हैं और यहां आकर वादा नहीं करते तब तक वोट नहीं डालेंगे।
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चुनाव से पहले गांव में जाकर जायजा लिया जाएगा। चुनाव के बाद तुरंत गांव की समस्या को ध्यान में रखते हुए गांव के लिए सड़क का कार्य शुरू करवाया जाएगा। भाजपा सरकार लोगों के हित में कार्य कर रही है।
-किशन कपूर, भाजपा लोकसभा प्रत्याशी चंबा-कांगड़ा।
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भाजपा सरकार ने लोगों के साथ हमेशा जुमलेबाजी करके लोगों को गुमराह करने का कार्य किया गया है। लोगों के साथ सिर्फ वादे किए हैं जिसका जवाब जनता चुनाव में देगी। जीत के बाद गांव के लिए सड़क का कार्य शुरू करवाने का प्रयास किया जाएगा।
-पवन काजल, कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशी चंबा-कांगड़ा।