आग के मुहाने पर शहर, 13 में से आठ हाइड्रेंट खराब
चंबा शहर में आग की घटना से निपटने का फायर सिस्टम जमीन में जंग खा
जागरण संवाददाता, चंबा : चंबा शहर में आग की घटनाओं से निपटने का फायर सिस्टम जमीन में जंग खा रहा है। हजारों की आबादी वाले शहर में आग लगने पर जानमाल के नुकसान को रोक पाना अग्निशमन विभाग के लिए चुनौती से कम नहीं है। इसे शहर की तंग सड़कें दोगुना कर रही हैं।
लक्ष्मी नारायण मंदिर को छोड़कर अन्य में आग की घटना से निपटने के कोई पुख्ता प्रबंध नहीं हैं। इस कारण शहर में आग की घटना होने पर लोगों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। शहर में 98 हाइड्रेंट वर्षो पहले लगाए गए थे। इनमें से कई हाइड्रेंट लोगों के घरों के नीचे दब चुके हैं और कइयों की पाइपों को जंग लग गया था। अग्निशमन विभाग ने 60 हाइड्रेंट ट्रेस किए थे, जो नहीं चले। इस कारण विभाग ने इन्हें प्रयोग नहीं किया। जिला प्रशासन की ओर से 10 हाइड्रेंट लगाए गए थे। इनमें से पांच खराब हैं। हाल ही में तीन नए हाइड्रेंट लगाए गए हैं। वर्तमान में शहर में 13 हाइड्रेंट हैं। इनमें से आठ ही ठीक हैं। हाइट्रेंड शहर के हर कोने में लगाए गए हैं। हाइड्रेंट खराब होने से आग की घटना होने पर शहर के भवन और संपत्ति जलकर राख हो सकती है। निष्क्रिय हाइड्रेंट को दुरुस्त करने की प्रशासनिक कवायद फाइलों से आगे नहीं बढ़ी है। हाइड्रेंट में लगाई गई पाइपें जंग खा रही हैं। जगह-जगह से लीक होने के कारण पाइपें प्रेशर नहीं बना पा रही हैं। अब तक शहर में हुई आग की घटनाओं से करोड़ों की संपत्ति राख हो चुकी है। कई बार पानी की सप्लाई व प्रेशर ठीक न होने की शिकायतें सामने आती हैं। इस कारण घटना के बाद लोग अग्निशमन विभाग पर गुस्सा निकालते हैं। शहर में हाइड्रेंट की व्यवस्था सुधारने के लिए प्रशासन की ओर से बनाई गई योजनाएं फाइलों में कैद होकर रह गई हैं। शहर में आग पर काबू पाने के लिए पाइप को ले जाने के लिए दोपहिया वाहन है। हाइड्रेंट को ठीक किया जाए तो अग्निशमन विभाग को मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी।
अग्निशमन विभाग के पास वाहन
वाहन,पानी की क्षमत
बड़ा वाहन,9000 लीटर
वाहन,4500 लीटर
वाहन,2500 लीटर
छोटा वाहन,300 लीटर
बाइक,20 लीटर
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तंग बाजार में विभाग की गाड़ी नहीं जा सकती है। हाइड्रेंट की स्थिति भी चिताजनक है। आपात स्थिति से निपटना विभाग के लिए चुनौती से कम नहीं होगा। जल शक्ति विभाग सहयोग करे तो खराब हाइड्रेंट ठीक हो सकते हैं।
राजेंद्र कुमार चौधरी, प्रभारी, अग्निशमन विभाग चंबा
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अग्निशमन विभाग एक सूची बनाकर दे कि कौन-कौन से हाइड्रेंट को ठीक करवाना है। सूची मिलने के बाद प्राक्कलन बनाकर वरिष्ठ अधिकारियों को भेजेंगे। सभी हाइड्रेंट को ठीक करवाना मुश्किल है।
जितेंद्र शर्मा, सहायक अभियंता, जल शक्ति विभाग चंबा