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श्रावण अष्टमी मेला: बारिश भी नहीं रोक पाई श्रद्धालुओं के कदम

विश्वविख्यात शक्तिपठी श्री नयनादेवी देवी में श्रावण अष्टमी मेले के दूसरे दिन भी भारी संख्‍या में श्रद्धालु माथा टेकने पहुंचे।

By BabitaEdited By: Published: Tue, 14 Aug 2018 02:26 PM (IST)Updated: Tue, 14 Aug 2018 02:43 PM (IST)
श्रावण अष्टमी मेला: बारिश भी नहीं रोक पाई श्रद्धालुओं के कदम
श्रावण अष्टमी मेला: बारिश भी नहीं रोक पाई श्रद्धालुओं के कदम

बिलासपुर, जेएनएन। विश्वविख्यात शक्तिपठी श्री नयनादेवी देवी में श्रावण अष्टमी मेले के दूसरे दिन बारिश में भी श्रद्धालुओं के कदम नहीं रुके। करीब 35 हजार श्रद्धालुओं ने सोमवार को मंदिर में माथा टेका। बारिश में भी श्रद्धालु लाइन में लगकर बारी का इंतजार करते रहे तथा मां के जयकारे लगाते रहे।

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मेला अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी विनय कुमार ने मेले की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। उन्होंने लंगर कमेटी को निर्देश दिए की लंगर स्थल के साथ कूड़ादान भी रखें। सफाई व्यवस्था सुचारू न रखने की स्थिति में लंगर संचालक को जुर्माना होगा। उन्होंने कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद को सफाई व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए निर्देश देते हुए कहा कि वर्षा के कारण गंदगी से सटी नालियों को तुरंत साफ करने तथा गंदगी से बचाने के लिए कार्रवाई करें। उन्होंने टोबा से मंदिर परिसर तक स्थापित विभिन्न सेक्टरों में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा सेक्टर अधिकारियों व अन्य कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि श्रद्धालुओं की आपार सैलाब को नियंत्रण करने के लिए तथा माता के दर्शन करवाने के लिए वे पूर्ण सजगता और कर्तव्य पराण्यता से कार्य करें। सहायक मेला अधिकारी अनिल चैहान ने बताया कि मेले के दूसरे दिन लगभग 35 हजार श्रद्धालुओं ने शीश नवाया। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं द्वारा 32 ग्राम 300 मिली ग्राम सोना, तीन किलो 600 ग्राम चांदी, एक यूएस डालर, 20 यूएई दीरहम के अतिरिक्त 14 लाख 55 हजार 77 रुपये नकद चढ़ावा चढ़ा। 

मेला अधिकारी विनय कुमार व एसडीएम अनिल चौहान ने मंदिर मार्ग पर क्षतिग्रस्त हुए डंगे की मरम्मत कार्य का जायजा लिया। इस दौरान करीब तीन घंटे तक वैकल्पिक रास्ते से श्रद्धालुओं को मंदिर की तरफ रवाना किया गया। पहले नवरात्र के दौरान नगर परिषद की स्ट्रीट लाइटें वार्ड तीन में बंद रही। यही नहीं कुछ और स्थानों में भी लाइटें बंद रही। इस कारण गलियों व कुछ रास्तों में अंधेरा पसरा रहा। इस पर नगर परिषद के कर्मचारियों का कहना है कि इनकी सूचना कंपनी को दे दी गई थी तथा फिर से उनसे संपर्क किया गया है। जल्दी ही लाइटें चालू कर दी जाएंगी। पहले नवरात्र के दौरान सभी प्रबंध सराहनीय रहे। बिजली व पानी का प्रबंध सराहनीय था।   

मंदिर जाने के लिए वैकल्पिक रास्ता

दो दिन हो रही बारिश से जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं नयना देवी के वार्ड पांच के रास्ते में दरारें आई गई हैं। इस कारण नयना देवी मेला प्रशासन ने मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इस रास्ते से आवाजाही रोक दी है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उन्हें सर्कुल रास्ते से मंदिर भेजा जा रहा है। 


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