Move to Jagran APP

डिप्पर-खुब्बण सड़क पर कोलतार गायब, पत्थरों ने बढ़ाई परेशानी

संवाद सहयोगी घुमारवीं उपमंडल की ग्राम पंचायत हटवाड़ के तहत डिप्पर से बम्म वाया खुब्बण स

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Jul 2020 04:13 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jul 2020 04:13 PM (IST)
डिप्पर-खुब्बण सड़क पर कोलतार गायब, पत्थरों ने बढ़ाई परेशानी
डिप्पर-खुब्बण सड़क पर कोलतार गायब, पत्थरों ने बढ़ाई परेशानी

संवाद सहयोगी, घुमारवीं : उपमंडल की ग्राम पंचायत हटवाड़ के तहत डिप्पर से बम्म वाया खुब्बण सड़क की हालत को सुधारने के लिए लोक निर्माण विभाग गंभीर नहीं है। हालात यह हैं कि सड़क पर बिछाई गई कोलतार कई स्थानों से गायब हो चुकी है, जबकि कई जगह तो सड़क ने नाले का रूप धारण कर लिया है। लोगों का कहना है कि दो दिन पहले पूर्व विधायक राजेश धर्माणी ने भी क्षेत्र का दौरा किया था और उन्हें भी सड़क की हालत के बारे में बताया था। लोगों का कहना है कि सड़क कोलतार उखड़ने से सड़क पर पत्थरों की भरमार हो गई है, जिसके कारण चलना फिरना भी मुश्किल हो गया है। स्थानीय लोगों में वार्ड सदस्य देशराज, नरोतम दत्त, ईश्वर दास, नंद लाल, निक्का राम, सुभाष चंद, कश्मीरी लाल, मनोहर लाल तथा नौनी का कहना है कि सड़क पर पत्थर होने से वाहन चालकों को भारी परेशानी होती है। बरसात के मौसम में सड़क की हालत और भी खराब हो जाती है। जरा सी बारिश से सड़क पर चलना आफत हो जाता है। लोगों ने लोक निर्माण विभाग तथा स्थानीय विधायक राजेंद्र गर्ग से आह्वान किया है कि वह इस सड़क की हालत को लेकर शीघ्र ही सुधार करे, ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। लोगों का यह भी कहना है कि यदि शीघ्र ही सड़क की हालत को नहीं सुधारा गया तो वह लोक निर्माण विभाग के कार्यालय का घेराव करेंगे। वहीं लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता शशिकांत शर्मा का कहना है कि मामला उनके ध्यान में है। कोविड- 19 के कारण सड़कों की हालत नहीं सुधर पाई है। सड़क की हालत सुधार दी जाएगी।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.