नियमों के तहत सोलिड व लिक्विड बेस्ट लगेगा ठिकाने
:लंबे समय से बरती जा रही लापरवाही को लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने निरीक्षण के बाद दिए निर्देश
मनीष गर्ग, घुमारवीं
स्थानीय नगर के सामुदायिक अस्पताल से हर रोज निकलने वाले ठोस व तरल बायो मेडिकल बेस्ट का कायदे से समापन नहीं हो रहा है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की ओर से कुछ समय पहले किए गए निरीक्षण में पाई गई खामियों को दूर करने के लिए दिए दिशा निर्देशों पर अब यहां अस्पताल प्रशासन ने काम करना शुरू कर दिया है। अस्पताल प्रशासन ने बाकायदा अब इन बेस्ट को पूरी तरह से तय मानकों के अनुसार ही खत्म करने के लिए परिसर में ही नए गड्ढे बनाने की योजना बना ली है। इस योजना पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के शिमला स्थित अधिकारियों को मंजूरी के लिए यह प्लान भेज दिया गया है। वहां से मंजूरी मिलते ही इन पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
बीएमओ डॉ. एके ¨सह ने बताया कि वर्तमान में घुमारवीं अस्पताल में पिछले लंबे समय से सोलिड व लिक्विड बेस्ट मेटीरियल को खत्म करने के लिए अस्पताल की अगली तरफ और पिछली तरफ अलग ठिकाने तय किए गए हैं। रोजाना यहां से बड़ी मात्रा में लैब व अस्पताल की आईपीडी से यह सामग्री निकलती है। इसके समापन के लिए राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से कुछ मानक तय किए गए हैं।
पिछले दिनों बोर्ड की ओर से गठित की गई एक विशेष टीम ने अस्प्ताल का दौरा किया था। इस दौरे के दौरान इस टीम ने अस्पताल की ओर से बनाई गई इस मेटीरियल को समापन करने की व्यवस्था को नाकाफी और मानकों से हटकर बताया था और इस पर गंभीर आपत्ति भी जताई थी। बोर्ड की ओर से आए दिशा-निर्देशों के तहत उन्होंने स्टाफ के साथ बैठक करके अब अस्पताल परिसर में ठोस व तरल बेस्ट मेटीरियल को समापन करने के लिए बोर्ड के मानकों के मुताबिक ही संयंत्र आधारित गड्ढों का निर्माण करने का निर्णय लिया है। इसके लिए प्राक्कलन व नक्शे आदि तैयार करवाकर बोर्ड को भेजे गए हैं। इस पर लाखों रुपये का खर्च होने का अनुमान है। वहां से मंजूरी मिलते ही इन्हें बोर्ड की ओर से तय किए गए आधुनिक मानकों के अनुसार ही तरल व ठोस दोनों बेस्ट को खत्म किया जाएगा।