कैकेयी ने वर के बदले मांगा भरत के लिए राज ¨सहासन और
अयोध्या में राम की राज्यअभिषेक की तैयारी चल रही थी। सारी आयोध्या में राम के राजा बनने की बात सुनने से अयोध्या में खुशी का महौल था। तभी मंथुरा कैकेयी के कमरे में प्रवेश करती है तथा मंथुरा कैकेयी से खुश होने के बात पूछती है तो कैकेयी राम
संवाद सहयोगी, शाहतलाई : शाहतलाई में श्री रामलीला देखने के लिए लोगों की खासी भीड़ उमड़ रही है। वीरवार को अयोध्या में प्रभु श्रीराम के राज्य अभिषेक की तैयारी के दृश्यों को मंचन किया गया। सारी आयोध्या में प्रभु श्रीराम के राजा बनने की बात सुनने से अयोध्या में खुशी का माहौल था। तभी मथुरा कैकेयी के कमरे में प्रवेश करती है तथा वह कैकेयी से खुश होने के बात पूछती है। कैकेयी प्रभु राम के राजा बनने के बात कहती है। इस पर मथुरा कैकेयी के कान भरना शुरू कर देती है तथा महाराज दशरथ द्वारा युद्ध के समय दिए गए वर को मांगने के लिए कहती है। मथुरा कहती है कि यदि वह खुश रहना चाहती है तो भरत के लिए राज तथा प्रभु श्रीराम के लिए वनवास मांग ले। कैकेयी मथुरा के बहकावे में आ जाती है। महाराज दशरथ कमरे में प्रवेश करते हैं तो कैकेयी से दुखी होने की बात पूछते हैं। वह दशरथ को वचनों की याद दिलाती है तथा वचन लेती है कि वह जो मांगेगी वह उसे देंगे। तब महाराज दशरथ उसे वचन देते हैं तथा कैकेयी दोनों वर के बदले में प्रभु श्रीराम को 14 वर्ष का वनवास तथा भरत को राज ¨सहासन मांगती है।