पंजाब के समाजसेवियों ने सरकार से लंगर लगाने की मांगी अनुमति
संवाद सहयोगी नयनादेवी श्री नयनादेवी में नौ अगस्त से शुरू हो रहे श्रावण अष्टमी नवरात्र के दौ
संवाद सहयोगी, नयनादेवी : श्री नयनादेवी में नौ अगस्त से शुरू हो रहे श्रावण अष्टमी नवरात्र के दौरान पंजाब की समाजसेवी संस्थाओं ने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से लंगर लगाने की अनुमति मांगी है। लंगर कमेटियों का कहना है कि हिमाचल सरकार की ओर से जारी एसओपी के तहत ही लंगर लगाए जाएंगे। लंगर में श्रद्धालुओं को चलते फिरते खाने और पीने का पानी दिया जाएगा और शारीरिक दूरी का पूरा पालन किया जाएगा। उनका पूरा स्टाफ कोविड टेस्ट करवा कर आएगा और दस्ताने पहनकर व मास्क लगाकर सैनिटाइजर करके खान-पान का सामान श्रद्धालुओं को बांटा जाएगा।
समाजसेवी संस्था लंगर कमेटियों के प्रतिनिधि रमन सिगला, अश्विनी सिगला, सुनील हैपी, डाक्टर सतपाल अग्रवाल, मुरारी लाल ने बताया कि कमेटी लंगर पूरी तरह से स्वच्छ और साफ सुथरा बांटेंगी और कोविड-19 का ध्यान रखा जाएगा। कमेटी के सदस्य हमेशा ही प्रशासन और पुलिस के निर्देश अनुसार सेवा करते आए हैं। इस बार भी ऐसा ही होगा। उनके पास खुली जगह है, जहां पर शारीरिक दूरी के बीच लंगर बांटा जा सकता है। समाजसेवियों की मांग है कि उन्हें अनुमति प्रदान की जाए ताकि श्रद्धालुओं माता के दरबार में खान पान के लिए परेशान न हो। उन्होंने कहा कि जितने भी श्रद्धालु इन श्रावण नवरात्रों में दर्शनों के लिए आते है, उन्हें कई गरीब तबके के होते हैं। ऐसे श्रद्धालुओं को खानपान के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े, ऐसे में लंगर कमेटियों के द्वारा हर वर्ष श्रावण मेला के दौरान लंगरों की व्यवस्था की जाती है। इस बार भी सरकार और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि उन्हें अनुमति प्रदान की जाए।