फेटीधार में नहीं बनने देंगे कूड़ा संयंत्र
बिलासपुर व हमीरपुर जिलों का कलस्टर लेवल पर कूडा संयंत्र बनाने क
संवाद सहयोगी, घुमारवीं : बिलासपुर व हमीरपुर जिलों का कलस्टर लेवल पर कूडा संयंत्र बनाने के लिए फटोह पंचायत के पनोह इलाके के पास फेटीधार का प्रशासन की ओर से चयन किए जाने का दैनिक जागरण में खुलासा होने के बाद क्षेत्र के लोगों ने इस मामले में तीखी प्रतिक्रिया दी है। पंचायत के लोगों ने जिला प्रशासन व घुमारवीं प्रशासन तथा नगर परिषद घुमारवीं की ओर से साझे प्रयासों से फेटीधार में कूडा संयंत्र बनाने के लिए कथित तौर पर दिए गए प्रस्ताव का एक बार फिर से विरोध करते हुए जल्द ही आंदोलन की चेतावनी भी दे डाली है। पंचायतवासियों ने कहा है कि इस मामले में पहले ही प्रशासन को उन्होंने अपनी आपत्तियां दे दी थी। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से लोगों के हितों पर इस तरह से कुठाराघात सहन नहीं होगा और अगर कूड़ा संयंत्र इस इलाके में बनाने का प्रयास किया गया तो लोग अपनी जान पर खेल जाएंगे।
लोगों ने कहा है कि उन्होंने इस संबंध में राज्य हाईकोर्ट की शरण में जाने का विकल्प भी खुला रखा है। दैनिक जागरण में दो दिन पहले रपट प्रकाशित हुई थी कि राज्य सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने फरवरी में घुमारवीं क्षेत्र का विजिट किया था और इस दौरान स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए थे कि बिलासपुर जिले की बिलासपुर, घुमारवीं, तलाई, नयनादेवी तथा हमीरपुर जिले की हमीरपुर क्षेत्र की नगर परिषदों के यहां से हर दिन निकलने वाले लाखों मिट्रिक कूड़े कचरे का समापन करने के लिए कलस्टर लेवल पर एक कूड़ा संयंत्र बनाने के लिए जमीन तलाशे। इस पर पिछले कुछ करीब छह माह की कवायद के बाद प्रशासन ने नगर परिषद व अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ मिलकर ज्वाइंट इंस्पेक्शन कर पनोह गांव के निकट फेटीधार क्षेत्र को कूड़ा संयंत्र के निर्माण के लिए उपयुक्त स्थान बताया। हालांकि प्रशासन को इस संबंध में कुछ दिन पहले आपत्तियां भी पंचायत की ओर से दी गई थी लेकिन इसके बावजूद प्रशासन ने राज्य सरकार को फेटीधार में संयंत्र स्थापित करने की संस्तुति कर दी।
फटोह पंचायत के उपप्रधान बेसरिया राम संधु, इलाके के प्रतिष्ठित लोगों में राकेश कुमार, सुशील कुमार, राजेंद्र ¨सह चंदेल, बीडीसी मेंहर पंकज मेहता, वार्ड सदस्यों उर्मिला देवी, रमला देवी, सीमा, प्रताप चंद, प्रभु, कमला देवी आदि ने बताया कि स्थानीय प्रशासन इलाके के लोगों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने जा रहा है। जिस हिसाब से यहां पर कचरा फेंका जाएगा, उससे यह इलाका सांस लेने लायक नहीं बचेगा। प्रशासन के अधिकारियों ने इस साइट के करीब दो सौ मीटर की दूरी पर बसे हुए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला का भी ख्याल नहीं किया। बेसरिया राम संधू का कहना है कि वह खुद इस स्कूल की प्रबंधन समिति के अध्यक्ष हैं और स्कूल की तरफ से भी उन्होंने इस संयंत्र के निर्माण के विरोध में पत्र दिया है। चिह्नित की गई साइट के साथ ही दलित बस्ती है, जहां पर लोगों की नौतोड़ जमीन है। कूडा संयंत्र बनने के बाद यह इलाका पूरा तबाह हो जाएगा। संधू ने कहा है कि सरकार व प्रशासन यह भलीभांति जान ले कि यहां पर इलाके के लोग अपनी पीढियों की बर्बादी के लिए कूड़ा संयंत्र नहीं बनाने देंगे।