बसें चलाने से पहले यूनियन के साथ बैठक करें अधिकारी : राजेश
प्रदेश में पहली जून से बसों को चलाने को लेकर लिए गए मुख्यमंत्री के फैसले का जिला बिलासपुर प्राइवेट बस आप्रेटर यूनियन ने कड़ा विरोध किया है। यूनियन के प्रधान राजेश पटियाल की अध्यक्षता में बैठक का भी आयोजन किया गया।
गुहार
मुख्यमंत्री के पहली जून से बसें चलाने के फैसले का विरोध किया
निजी बसों को सैनिटाइज करने में जताई असमर्थता
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : प्रदेश में पहली जून से बसें चलाने के मुख्यमंत्री के फैसले का जिला बिलासपुर निजी बस ऑप्रेटर यूनियन ने विरोध किया है। सोमवार को यूनियन के प्रधान राजेश पटियाल की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया।
राजेश पटियाल ने बताया कि सरकार ने निजी बस संचालकों की बात सुने बिना फैसला लिया है। सरकार ने परिवहन निगम के चालकों व परिचालकों का बीमा करने और सरकारी बसों को चलाने के लिए भी पैकेज की घोषणा की है। सरकार निजी बस संचालकों, चालकों व परिचालकों से सौतेला व्यवहार कर रही है। जो कार्य परिवहन निगम के चालक व परिचालक करेंगे वही निजी बसों के चालक और परिचालक करेंगे। यदि कोई बस मालिक या उसका कोई कर्मचारी कोरोना महामारी की चपेट में आएगा तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। निजी बस मालिकों, चालकों व परिचालकों के लिए बैठने व सामान रखने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। यूनियन ने बसों को सैनिटाइज करने में भी असमर्थता जताई है। सरकार व विभाग की ओर से ही कर्मचारी रखे जाएं और निजी बसों को भी सैनिटाइज करवाया जाए। सरकार व विभाग को चाहिए कि वे पहली जून से पहले निजी बस ऑप्रेटरों के साथ बैठक कर विभिन्न विषयों पर चर्चा करें और इसका समाधान करें ताकि बसों को चलाने पर सहमति बन सके। इस मौके पर वरिष्ठ उपप्रधान विनया आमीन, महासचिव राहुल चौहन, प्रेस सचिव राजेश शर्मा, बलजीत सिंह, तरसेम सिंह, हुसैन अख्तर, सुरेंद्र आदि उपस्थित रहे।