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पौधरोपण घोटाले की जांच पूरी, गिरफ्तारियां जल्द

जिला बिलासपुर के चार जंगलों में हुए पौधरोपण घोटाले की विजिलेंस ने जांच पूरी कर ली है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Feb 2019 04:33 AM (IST)Updated: Sun, 17 Feb 2019 04:33 AM (IST)
पौधरोपण घोटाले की जांच पूरी, गिरफ्तारियां जल्द
पौधरोपण घोटाले की जांच पूरी, गिरफ्तारियां जल्द

राजेश्वर ठाकुर, बिलासपुर

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जिला बिलासपुर में वन विभाग के चार जंगलों में पौधरोपण में बडे़ पैमाने पर हेराफेरी हुई है। सरकार की ओर से इन जंगलों में पौधे लगाने के लिए दिए गए लक्ष्य से कम पौधरोपण हुआ है। ठेकेदारों, वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने कथित मिलीभगत कर इस घोटाले को अंजाम दिया। प्रारंभिक जांच के बाद दर्ज की गई एफआइआर में हुए अन्वेषण में विजिलेंस बिलासपुर शाखा ने मामले की जांच पूरी कर ली है। विजिलेंस जल्द आरोपों के दायरे में आए वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों व ठेकेदारों की गिरफ्तारियां भी कर सकती है। आरोपितों के बैंक खातों की जानकारी ली जा रही है।

डीएसपी संजीव कुमार ने शनिवार को विजिलेंस की कार्रवाई की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कुछ वर्ष पहले सदर विधानसभा क्षेत्र के तहत कुड्डी, भराथू, बरयास व सिहडा जंगल में पौधरोपण के लिए वन विभाग की ओर से लाखों रुपये का बजट दिया गया था। इन जंगलों में पौधरोपण के लिए जो लक्ष्य रखा गया था वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों व ठेकेदारों ने कथित मिलीभगत कर उससे कम पौधरोपण करवाया है। कागजों में पौधरोपण दिखाकर सरकारी पैसे को हड़प लिया गया। विजिलेंस को करीब दो वर्ष पहले इसकी शिकायत दी गई थी। इसके बाद प्रारंभिक छानबीन में विजिलेंस को काम पर संदेह हुआ। साक्ष्य मिलने पर विजिलेंस ने एफआइआर दर्ज कर ली थी। इसके बाद विजिलेंस करीब डेढ वर्ष से मामले की जांच में जुटी थी। डीएसपी ने बताया अन्वेषणाधिकारी ने मौके से तथ्य जुटा लिए हैं और इस संबंध में सुबूत जुटाकर जांच पूरी कर ली है। स्पष्ट हो गया है पौधरोपण में बडे़ पैमाने पर घोटाला हुआ है। अब आरोपितों की गिरफ्तारियां हो सकती हैं। इससे पहले इनसे विजिलेंस थाना में पूछताछ की जाएगी।

रिश्वत मामले में आरटीओ कार्यालय में तैनात अधीक्षक से पूछताछ

जागरण संवाददाता, बिलासपुर : कुछ माह पहले आरटीओ कार्यालय में रिश्वत लेने के आरोप में हुई गिरफ्तारी पर विजिलेंस जांच में प्रगति हुई है। आरटीओ कार्यालय में तैनात अधीक्षक पर विजिलेंस ने दोबारा शिकंजा कस दिया है। विजिलेंस ने रिश्वत मामले में गिरफ्तार व्यक्ति के बयान के बाद हुए संदेह पर अधीक्षक को पूछताछ के लिए तलब किया। पूछताछ के बाद उसे वापस भेज दिया। माना जा रहा है कुछ तथ्य जमा होने के बाद विजिलेंस उसकी घेरेबंदी कर सकती है।


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