Move to Jagran APP

सीमेंट के दाम ने बढ़ाया लोगों पर आर्थिक बोझ

हिमाचल में सीमेंट बनाने वाली कंपनियों ने प्रदेश के लोगों को दाम बढ़ाकर झटका दिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 06:45 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 06:45 PM (IST)
सीमेंट के दाम ने बढ़ाया लोगों पर आर्थिक बोझ
सीमेंट के दाम ने बढ़ाया लोगों पर आर्थिक बोझ

संजीव शामा, घुमारवीं

loksabha election banner

हिमाचल में सीमेंट बनाने वाली कंपनियों ने प्रदेश के लोगों को दाम बढ़ाकर झटका दिया है। इससे प्रदेश की जनता अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रही है। हिमाचल में बनने वाला सीमेंट प्रदेश में ही महंगा बिक रहा है। अन्य राज्यों में हिमाचल का सीमेंट सस्ते दाम पर उपभोक्ताओं को मिल रहा है।

कोरोना के कारण लोगों की आय के साधन कम हुए हैं। वहीं, सीमेंट कंपनियों की ओर से एकाएक सीमेंट के दाम में बढ़ोतरी किए जाने से लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है। प्रदेश में तीनों बड़ी सीमेंट कंपनियों एसीसी, अंबुजा और अल्ट्राटेक के एक साथ दाम बढ़ाने से उपभोक्ताओं में रोष है। इन तीनों सीमेंट कंपनियों के हिमाचल में अपने बड़े प्लांट हैं जहां सीमेंट तैयार होता है। सीमेंट के दाम बढ़ने से मकान बनाने के लिए रखे गए बजट में अब हजारों रुपये की बढ़ोतरी हो गई है। सीमेंट कंपनियों द्वारा बढ़ाए गए दाम के कारण सबसे बड़ा झटका गरीब व मध्यम वर्ग को लगा है। ये हुए दाम

हिमाचल में एसीसी सीमेंट के दाम पहले 410 से 415 रुपये प्रति बैग थे। ये दाम अब 10 रुपये बढ़कर 420 से 425 रुपये प्रति बैग हो गए हैं। अंबुजा सीमेंट के दाम पहले 415 रुपये प्रति बैग थे जो अब 425 रुपये हो गए हैं। अल्ट्राटेक सीमेंट का दाम प्रति बैग 405 से बढ़कर 415 रुपये हो गया है।

कोरोना काल जैसे मुश्किल समय में एकाएक कंपनियों द्वारा सीमेंट के दाम बढ़ाने से मध्यमवर्गीय परिवार पर ज्यादा असर पड़ेगा। हिमाचल में बनने वाला सीमेंट प्रदेश में सस्ता होना चाहिए।

-सतीश शर्मा, घुमारवीं सब सरकार की मिलीभगत से हो रहा है। सीमेंट के बढ़ते दाम का कहीं विधानसभा चुनाव पर बुरा असर न पड़े। सरकार को सीमेंट के दाम पर लगाम कसनी चाहिए क्योंकि अन्य राज्यों में सीमेंट सस्ता मिल रहा है।

-प्रशांत वाशुदेव, घुमारवीं सरकार को गरीब आदमी के बारे में भी सोचना चाहिए। दाम का बढ़ना गरीबों को काफी दिक्कत दे सकता है। अगर सीमेंट के इसी तरह दाम बढ़ते रहे तो मुश्किल होगी।

-मनोज शर्मा, घुमारवीं सीमेंट कंपनियों की आदत हो गई है कि जब मन करे, तब दाम बढ़ा दिए। हिमाचल में ही बनने वाला सीमेंट यहां के लोगों के लिए सस्ता होना चाहिए। बढ़ते दाम को कम करना चाहिए। सरकार इस विषय में कदम उठाए।

-विशाल शर्मा, घुमारवीं सीमेंट कंपनियां मनमर्जी कर रही हैं। दाम बढ़ाकर लोगों को लूटा जा रहा है। सरकार द्वारा कार्रवाई न किए जाने से साफ है कि कंपनियों से मिलीभगत है।

-निखिल रतवान, घुमारवीं

सीमेंट कंपनियों से होने वाले प्रदूषण को हम लोग सह रहे हैं। इसके बावजूद ये कंपनियां हम लोगों को ही लूट कर जेब भर रही हैं। यह अन्याय है।

-सतीश मेहता, घुमारवीं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.