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गाड़ी पहुंचने से पहले राख हो जाती है संपत्ति

झंडूता विधानसभा क्षेत्र में अग्निशमन केंद्र न होने के कारण लोगों को अपनी संपति से हाथ धोना पड़ रहा है। झंडूता क्षेत्र की जनता की संपति को आगजनी की घटना से बचाने का जिम्मा केवल घुमारवीं स्थित अग्निशमन चौकी के पास है जिसे झंडूता क्षेत्र के अंतिम छोर तक पहुंचने के लिए लगभग दो घंटे का वक्त लग जाता है जितनी देर में संपति राख के ढेर में बदल जाती है। झंडूता क्षेत्र की लगभग 43 पंचायतों को आगजनी की घटना को रोकने के लिए कोई उचित प्रबंध नहीं है जिसके चलते प्रतिवर्ष क्षेत्र में आगजनी की

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Dec 2018 07:03 PM (IST)Updated: Tue, 18 Dec 2018 07:03 PM (IST)
गाड़ी पहुंचने से पहले राख हो जाती है संपत्ति
गाड़ी पहुंचने से पहले राख हो जाती है संपत्ति

सूरत-ए-हाल

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झंडूता में अग्निशमन केंद्र न होने का खामियाजा भुगत रहे लोग

संवाद सहयोगी, झंडूता : विधानसभा क्षेत्र में अग्निशमन केंद्र न होने के कारण क्षेत्र की 43 पंचायतों में आग से सुरक्षा रामभरोसे है। अपना अग्निशमन केंद्र न होने के कारण अग्निकांडों में लाखों रुपयों का नुकसान हो चुका है। हालांकि इस क्षेत्र को घुमारवीं अग्निशमन केद्र से जोड़ा गया है लेकिन इसका लाभ नहीं मिल पाता है।

जानकारी के मुताबिक झंडूता में किसी भी अग्निकांड पर नियंत्रण पाने का जिम्मा घुमारवीं स्थित अग्निशमन चौकी के पास है, लेकिन यहां से झंडूता क्षेत्र के अंतिम छोर तक पहुंचने के लिए लगभग दो घंटे का वक्त लग जाता है। इतनी देर में संपत्ति जल जाती है। क्षेत्र की भड़ोलियां, कलोल, जेजवीं, मरोतन, झंडूता, धनपुखर, बैहरन, जांगला, दोकडू, गालियां, समोह, बैहनाजट्टां, शाहतलाई, बरठीं, दसलेहड़ा, मंगलोह, जड्डू आदि पंचायतों में आग से लड़ने के लिए कोई अन्य पुख्ता प्रबंध नहीं है। लोगों को अपने स्तर या घुमारवीं से आने वाली गाड़ी पर ही निर्भर रहना पड़ता है। इस वर्ष ही आग के कारण 20 से 25 लाख रुपये का नुकसान हो चुका है। स्थानीय लोगों की माने तो यहां पर गर्मियों के समय में आग लगने के अधिक हादसे होते हैं, लंबे समय से यहां पर अग्निशमन केंद्र खोलने की मांग की जार ही है लेकिन आज तक यह मांग पूरी नहीं हो सकी है।

------------------------ गर्मी के मौसम में आग की घटनाएं बढ़ जाती हैं। बचाव के लिए घुमारवीं स्थित अग्निशमन चौकी को फोन करना पड़ता है। फायर ब्रिगेड के वाहनों को मौके पर पहुंचने के लिए एक से दो घंटे का समय लग जाता है।

इंद्र धीमान

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क्षेत्र की लगभग 43 पंचायतों में आग से बचाव के पुख्ता प्रबंध नहीं है। घुमारवीं से आने वाली गाड़ी पर लोग निर्भर हैं। अब तक पच्चीस लाख रुपये की संपत्ति आग की भेंट चढ़ चुकी है।

संजय कुमार

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झंडूता में अग्निशमन केंद्र खोलने की मांग की जा चुकी है, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। यह आग की घटनाओं को लेकर ¨चता का विषय बन गया है।

अली मोहम्मद

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क्षेत्र में अग्निशमन केंद्र का होना अति आवश्यक है। बरठीं से लेकर शाहतलाई तक आग से बचाव के लिए कोई ठोस कदम आज तक नहीं उठाए गए हैं। सरकार को झंडूता में अग्निशमन केंद्र खोलना चाहिए।

अनिल धीमान, प्रधान व्यापार मंडल झंडूता


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