न बजेंगे ढोल नगाड़े, न लगेंगे लंगर
संवाद सहयोगी बिलासपुर जिला बिलासपुर प्रशासन ने 17 अक्टूबर से नवरात्र के तहत श्री नयना देवी म
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : जिला बिलासपुर प्रशासन ने 17 अक्टूबर से नवरात्र के तहत श्री नयना देवी मंदिर में शुरू होने वाले मेलों के लिए भाषा एवं संस्कृति एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से तय एसओपी के तहत तैयारियां पूरी कर ली हैं। इसके तहत कोविड 19 के दौर में मेले व्यवस्थित ढंग से आयोजित करने तथा महामारी का संक्रमण न फैले, इसका ध्यान रखा गया है।
उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने बताया कि इस मेले के लिए एसडीएम स्वारघाट को मेला अधिकारी एवं डीएसपी श्री नयना देवी को पुलिस मेला अधिकारी तथा स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इस वर्ष दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए टोबा, घंवाडल चौक व श्री नयना देवी बस स्टेंड पर स्क्रीनिग स्थान चिह्नि किए गए हैं। यहां पर श्रद्धालुओं को मंदिर में मां के दर्शन करने के लिए टोकन दिए जाएंगे तथा थर्मल स्केनिग भी की जाएगी। मंदिर में नारियल व हलवा चढ़ाने पर प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा भजन, ढोल नगाड़े, मुंडन, शादी विवाह पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। लंगर भी बंद रहेगा। बाहरी मेले के दौरान ट्रक, कैंटर, ट्रैक्टर व टैंपों इत्यादि पर टोबा से श्री नयना देवी नैना देवी की तरफ आने-जाने के लिए प्रतिबंध होगा। उन्हें हिमाचल प्रदेश की सीमा अर्थात गड़ामोड़ा व ग्वालथाई, भाखड़ा टोबा से आगे श्री नयना देवी जी में आने के लिए प्रतिबंध होगा। इन स्थानों से श्रद्धालु केवल बसों व टैक्सियों से ही श्री नयना देवी जी में आ सकेंगे।
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450 पुलिसकर्मी व होमगार्ड नियुक्त
इस बार जिला प्रशासन की ओर से श्री नयना देवी में श्रद्धालुओं की सुरक्षा की लिहाज से 450 पुलिसकर्मी व होमगार्ड नियुक्त किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने मातृ आंचल में आइसोलेशन सेंटर तैयार किया है। जबकि दवा व स्टाफ की नियुक्ति की गई है। उपायुक्त ने बताया कि श्री नयना देवी में बस स्टेंड के पास नियमित रूप से शरणस्थली बनाने लिए शहरी विकास विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है।