पाल्टी गांव में बंदर के हमले से किशोर घायल
घुमारवीं उपमंडल की हरलोग पंचायत के पाल्टी गांव में बंदरों ने हमला कर 11 वर्षीय साहिल को पूरी तरह घायल कर दिया। साहिल के पिता मजदूरी करते हैं तथा माता गृहणी हैं। घर जंगल में एकांत में होने पर शुक्रवार सुबह बंदर ने घर की छत के स्लेट
संवाद सहयोगी, बम्म : उपमंडल घुमारवीं की हरलोग पंचायत के पाल्टी गांव में बंदर ने हमला कर 11 वर्षीय साहिल को घायल कर दिया। साहिल के पिता मजदूरी करते हैं तथा माता गृहणी है। घर जंगल में एकांत में होने पर शुक्रवार सुबह बंदर घर की छत के स्लेट उखाड़कर अंदर घुस गया तथा बच्चे पर हमला कर दिया। इस दौरान साहिल की माता घास लाने तथा पिता मजदूरी पर गए हुए थे। घर में चलने फिरने में असमर्थ दादी है। साहिल ने बताया कि वह घर के आंगन में खेल रहा था तथा जैसे ही छत से स्लेट टूटने की आवाज आई तो वह अंदर गया। उसने अंदर जाकर देखा बंदर छत को तोड़ रहे थे। ऐसे में उन्हें भगाने की कोशिश की तथा एक बंदर ने उसपर हमला कर दिया। बच्चा जैसे ही जान बचाकर घर से बाहर चिल्लाता हुआ निकला तो आसपास से एकत्रित होकर बंदरों का झुंड उसके पीछे लग गया। बच्चे ने लगभग एक किलोमीटर दूर तक भागकर जान बचाई।
स्थानीय लोगों में जगदेव, विपिन ने बच्चे के चिल्लाने की आवाज सुनकर एकत्रित होकर बंदरों को भगाया। बच्चे का नजदीकी अस्पताल हरलोग में उपचार करवाया गया। बच्चे के माता-पिता व स्थानीय लोगों ने सरकार से आग्रह किया है कि जल्द बंदरों को पकड़ने का प्रावधान किया जाए।
उधर, वन खंड अधिकारी हंसराज शर्मा का कहना है कि घायल पीड़ित के इलाज का खर्च विभाग उठाएगा। इसके अलावा बंदरों को खाना आदि न डालें ताकि वह घर के नजदीक न आ सकें।