आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व हैल्पर्स ने निकाला पैदल मार्च
वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हैल्पर यूनियन की बैठक सीटू के माध्यम से विश्राम गृह झंडूता में आयोजित की गई जिसमें आंगनवाड़ी वर्कर एवं हेल्पर ने सीटू के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत सरकार को ज्ञापन सौंपा। सभी आंगनवाड़ी
फोटो नंबर 9
संवाद सहयोगी, झंडूता : हिमाचल प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हैल्पर यूनियन की बैठक सीटू के माध्यम से विश्राम गृह झंडूता में आयोजित की गई। इसमें आंगनबाड़ी वर्कर एवं हेल्पर ने सीटू के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत सरकार को ज्ञापन सौंपा। सभी आंगनवाड़ी वर्कर व हेल्पर ने विश्रामगृह से लेकर उपमंडल कार्यालय तक पैदल मार्च किया। आंगनवाड़ी वर्कर्स की प्रधान ने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों में कार्यरत महिलाएं पूरी निष्ठा व ईमानदारी से काम कर रही है लेकिन फिर भी सरकारी संतालुम सर्वे राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन की सिफारिशों को लगातार अनदेखा करते हुए केंद्रों में काम कर रही महिलाओं का उत्पीड़न कर रही हैं। यूनियन ने मांग की है कि हिमाचल प्रदेश सरकार इन मांगों पर तुरंत प्रभाव से माना जाए। हरियाणा की तर्ज पर वर्करों और हेल्पेरों को 11,500 और 6000 रुपये मानदेय देने, रिटायरमेंट की आयु 65 वर्ष करने और ग्रैजुटी देने। एनआरएचएम के जून 2013 से 2015 तक लंबित पैसे का भुगतान करने, मिनी आंगनवाड़ी केंद्रों को पूर्ण आंगनबाड़ी का दर्जा देने, तीन से छह वर्ष के बच्चों की टीएचआर की राशि लाभार्थियों के खाते में डालने की नीति को वापस लेने, प्राइमरी स्कूलों में तीन से छह वर्ष के बच्चों की नर्सरी क्लास को वापस लेने, की मांग शामिल है। इस अवसर पर कंचन नीलम रचना, सीमा ,रश्मि अंजू व झंडूता, कलोल, सुन्हानी, भगेड़, समोह, जबलू की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने भाग लिया।