घुमारवीं बस स्टैंड से पुल तक नहीं बनेगा एग्जिट रोड
स्थानीय नगर में बैहना ब्राहमणा वाले क्षेत्र से एसडीएम दफतर आनंदघाट और बस स्टैंड से होकर गए सर्कुलर रोड को चौडा करके इसको बेहतर बनाने की कोशिशें सिरे नहीं चढ पा रही हैं।
मनीष गर्ग, घुमारवीं
घुमारवीं बस स्टैंड से होकर प्रस्तावित एग्जिट रोड का निर्माण अब नहीं हो पाएगा। इस मार्ग के दायरे में आ रही जमीन के मालिकों ने मुआवजे का पैसा अधिक मांगा है। मुआवजे के अलावा जमीन के मालिकों ने नगर में हाउस टैक्स व दूसरे ऐसे करों से खुद को मुक्त रखने की शर्ते लगाई हैं।
एचआरटीसी प्रबंधन ने इस मामले में बिलासपुर के डीसी व घुमारवीं के एसडीएम को भी अवगत करवा दिया है कि वे अगर जमीन के मालिकों से जमीन के रेट व शर्ते कम करने के लिए मना सकते हैं तो मनवा लें अन्यथा प्रदेश सरकार इतना मुआवजा नहीं देगी। एचआरटीसी के शिमला स्थित निदेशालय में तैनात एक्सइएन मदन चौहान ने इस निर्णय की पुष्टि की है।
पूर्व विधायक राजेश धर्माणी ने अपने कार्यकाल में घुमारवीं बस स्टैंड से थाना होते हुए सीर खड्ड पुल तक बस स्टैंड एग्जिट रोड बनाने का प्रस्ताव तैयार किया था। एचआरटीसी ने इस मामले में जमीन के कुछ हिस्सों तक औपचारिकताएं पूरी कर लीं। इस मामले में निर्माण के लिए पैसे का इंतजाम भी कराया गया, लेकिन जमीन का मुआवजा लोग करोड़ों में मांग रहे हैं। मामले को एसडीएम घुमारवीं व एनएच विग की ओर से तमाम औपचारिकताओं के साथ सरकार को भेजा गया था। करीब एक वर्ष बाद अब सरकार ने इसे रद कर दिया है। सरकार ने ऐसी कोई भी शर्त मानने से इनकार कर दिया है। एक्सइएन मदन चौहान ने कहा है कि सरकार मुआवजे के इतने पैसे क्यों देगी जितने पैसे से नया बस स्टैंड ही तैयार हो जाए। इस कारण से यह प्रोजेक्ट सरकार को न्यायोचित नहीं लग रहा है। इस प्रस्ताव को रद करके वापस भेज दिया गया है।