शिक्षकों ने सीखी नेतृत्व क्षमता की बारीकियां
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बिलासपुर स्थित जुखाला में स्कूल नेतृत्व विकास कार्यक्रम के तहत दस दिवसीय कार्यशाला बुधवार को संपन्न हो गई। कार्यक्रम के जिला प्रभारी कुलदीप चंद ने बताया कि इस 10 दिवसीय कार्यशाला में
संवाद सहयोगी, नम्होल : डाईट जुखाला में स्कूल नेतृत्व विकास कार्यक्रम के तहत दस दिवसीय कार्यशाला बुधवार को संपन्न हुई। 10 दिवसीय कार्यशाला में आठ प्रधानाचार्य, तीन मुख्याध्यापक और 16 केंद्र मुख्य शिक्षकों ने भाग लिया। विशेष स्त्रोत व्यक्ति के रूप में राकेश मनकोटिया, यशपाल पटियाल, राजेश कुमार, जगदीप ठाकुर, मंजू ठाकुर, जसवंत सिंह ने नेतृत्व विकास की बारीकियां साझा की।
कार्यक्रम के जिला प्रभारी कुलदीप चंद ने बताया कि स्कूल मुखियों की नेतृत्व क्षमता में वृद्धि करते हुए स्कूल के विभिन्न पहलुओं जैसे आत्मविश्वास, नई सोच एवं खोज के साथ कार्य करना, माता-पिता एवं समुदाय की सहभागिता तथा साझेदारी सुनिश्चित करना, विद्यालय विकास योजना तैयार करना, स्कूल की हर गतिविधि को नेतृत्व विकास की क्षमता से जोड़ना और विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों का हित देखते हुए समस्याओं का निदान करना आदि विषयों पर चर्चा की गई।
स्कूल मुखियाओं ने अपने-अपने विद्यालय के अनुभव साझा किए। जिला शिक्षा उपनिदेशक उच्च प्रकाश चंद ने कार्यशाला का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि बच्चों का सही मार्गदर्शन करें एवं उनको प्रोत्साहित करें। तभी उनका व्यवहार बदलेगा, प्रेरणा मिलेगी। तभी उनके जीवन में परिवर्तन आएगा। इस वर्ष दस जमा दो एवं दसवीं के परीक्षा परिणाम 80 फीसद तक ले जाने हैं। इसके लिए हमें कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी।
उन्होंने आह्वान किया कि अपने-अपने विद्यालय में जाकर इस 10 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में जो बारीकियां सीखीं उनका प्रयोग बच्चों की भलाई के लिए करें। कार्यशाला के समापन पर प्रधानाचार्य एवं जिला परियोजना अधिकारी राकेश पाठक ने कहा कि इस ज्ञान को बच्चों में बांटें।