सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री को लोकमित्र संघ ने बताई समस्याएं
लोकमित्र केंद्र राज्य संघ का एक प्रतिनिधि मंडल रविवार को सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री राम लाल मार्कण्डेय से शिमला में नाचन विधानसभा के विधायक विनोद कुमार व संघ के प्रधान सीता राम चौहान की अगुवाई में मिला। उन्होंने प्रदेश में चल रहे ह•ारों
संवाद सहयोगी, घुमारवीं : लोकमित्र केंद्र राज्य संघ का एक प्रतिनिधि मंडल रविवार को सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रामलाल मार्कडेय से शिमला में नाचन विधानसभा के विधायक विनोद कुमार व संघ के प्रधान सीताराम चौहान की अगुवाई में मिला। उन्होंने प्रदेश में चल रहे ह•ारों लोकमित्र संचालकों की समस्याओं से अवगत करवाया गया। प्रदेश लोक मित्र संघ के मीडिया प्रभारी बलवंत कमल ने बताया कि सदस्यों अमर सिंह, राम लाल, परमजीत, दिनेश कटोच, हेम चंद, विकास ने मंत्री से एकमात्र मांग रखी कि लोकमित्र संचालकों के लिए सरकार मजबूत नीति तैयार करे जिसे आने वाले विधानसभा सत्र में पटल पर रखा जाए।
सदस्यों ने बताया कि सन 2001 में भाजपा सरकार ने लोकमित्र की स्थापना की थी जो आज के समय में डिजिटल इंडिया का रूप ले चुकी है। लेकिन उसके बाद किसी ने भी इन केंद्रों पर ध्यान नही दिया। कई केंद्र बंद हो गए व कई केंद्र करियाना, बर्तन इत्यादि बेचने पर मजबूर हो गए जबकि इस योजना का मकसद लोगों को घर द्वार सरकारी व गैर सरकारी सुविधाएं प्रदान करना था। लोकमित्र खुलवाने वाली कंपनी केंद्र संचालकों की धनराशि लेकर गुल हो गई। उसके बाद नई कंपनी ने इन केंद्रों की कमान संभाली मगर यह कंपनी भी कई पंचायतों में तो एक भी केंद्र नही खुलवा पाई है जबकि कई पंचायतों में दो या अधिक केंद्र दे दिए। इससे पहले से आर्थिक तंगी में जूझ रहे केंद्रों की कमर टूट गई हैं। योजना शुरू हुई रही तब उन्हें 1500 से 3000 मानदेय देने की बात हुई थी मगर आज दिन तक किसी को भी नहीं मिली।
शिमला में संचालकों की बात सुनने पर मंत्री ने बताया कि सरकार ने पहले भी लोकमित्र केंद्र संचालकों की मांग के आधार का काम पंचायत में शुरू करवा दिया है। सरकार लोकमित्र संचालकों की समस्याओं को लेकर गंभीर है। जल्द ही कोई प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।