सुविधाओं की राह देख रहा डंगार चौक
घुमारवीं विस हलके की डंगार, बरोटा, पडयालग, तड़ौन, लेहरी-सर
संवाद सहयोगी, डंगार चौक
घुमारवीं विस हलके की डंगार, बरोटा, पडयालग, तड़ौन, लेहरी-सरेल, पपलाह,घंगोट, भेल, सठवीं, दधोल समेत करीब बीस अन्य पंचायतों के केंद्रीय स्थल डंगार चौक पर सुविधाओं का बडा अभाव है। बिलासपुर जिले की हमीरपुर जिले की सीमा के साथ लगने वाले इस इलाके के इस कस्बे में नेशनल हाईवे पर लगभग 180 दुकानें हैं। यहां हालात ऐसे हैं कि न पीने के लिए स्वच्छ पानी, न ही लोगों के लिए शौचालय, न ही सफाई या कूड़ेदान की व्यवस्था ही की गई है। साथ ही यहां न कोई एटीएम है। यहां पर बस अड्डा होने के कारण सवारियां व एनएच-108 पर धर्मशाला व शिमला के लिए गुजरने वाले लोग खरीदारी व जलपान के लिए रूकते हैं। एटीएम से पैसे निकालने व फ्रेश होने के लिए शौचालय ढूंढते हैं। शौचालय के नाम पर एक बगैर दरवाजे का ढांचा खड़ा कर दिया, जिसका कोई उपयोग नहीं किया जा रहा है। दुकानों के आगे से गंदा पानी बहता है, जिसके लिए विभाग ने नालियां भी नहीं बनवाई। इससे दुकानदार ¨चतित व परेशान हैं। एनएच के साथ मिलने वाली सड़कें खस्ताहाल व कीचड़ भरी हुई है। ---------------------
दुकानदार दलेल ¨सह ने बताया की इस बाजार में कहीं भी सार्वजनिक शौचालय नहीं बनाया गया है। इससे ग्राहकों व पर्यटकों को परेशानी होती है। -----------------------
अजय कुमार ने बताया कि बाजार के गंदे पानी की निकासी के नालियां नहीं बनाई गई है। जिनसे बाजार का गंदा पानी दुकानों के आगे से बहता है व जमा हो जाता है। -----------------------
राजेंद्र कुमार ने बताया कि यहां शौचालय का निर्माण करवाया जाना चाहिए। शौचालय का निर्माण होने से दुकानदार व अन्य लोग इसका उपयोग कर सकते हैं।
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अजय सोनी ने बताया कि यहां सबसे अधिक समस्या लावारिस पशुओं की है। जिला प्रशासन व स्थानीय पंचायत को समस्या का जल्द हल निकालना चाहिए। ------------------------
दीपक कुमार का कहना है कि डंगार चौक में एटीएम न होने से जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। व्यापारियों को खरीददारी के लिए कैश की कमी खलती है। इससे उन्हें समय ओर अतिरिक्त धन खर्च कर घुमारवीं या भोटा जाना पड़ता है। ------------------------
बिट्टू शर्मा का कहना है कि इतना बडा कस्बा होने के बावजूद यहां पर बुनियादी सुविधाएं नहीं होना अखरता है। कई जगह सुविधाओं के लिए गुहार लगाई गई लेकिन अब तक उनकी बात पर किसी ने गौर नहीं किया है। ------------------------
दौलत खान कहते हैं कि इस कस्बे में हर दिन बीस पंचायतों के लोगों का खरीदारी के लिए आना जाना है। यहां पर सबसे बड़ी समस्या गंदगी की है। सरकार ने अब कूड़ेदान लगाए लेकिन पता नहीं क्यों इस कस्बे में एक भी कूड़ादान नहीं लगाया।