बाहर से आने वालों से कोरोना फैलने का डर
जिला के साथ सटी बंदला पंचायत में स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन की लापरवाही लोगों पर भारी पड़ सकती है।
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : जिला के साथ सटी बंदला पंचायत में स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन की लापरवाही लोगों पर भारी पड़ सकती है। बंदला पंचायत के लोगों का कहना कि कुछ दिन पहले जो बामटा का कोरोना पॉजिटिव मरीज आया था वह बंदला में भी लोगों से मिलकर गया था। उसके बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की ओर से न तो पंचायत को सैनिटाइज करवाया गया और न ही सही ढंग से नाका लगाया गया है।
बंदला में हाइड्रो इंजीनियरिग कॉलेज का काम शुरू होने से यहां मजदूर व वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। दनोह में प्रशासन की ओर से नाका लगाया गया है लेकिन बंदला को आने वाले दूसरे रास्ते विनायक घाट पर कोई नाका नहीं है। न तो मजदूरों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है न ही किसी को क्वारंटाइन किया जा रहा है। एक तरफ नाका व दूसरी तरफ कोई रोक न होने से बंदला में गाड़ियों की आवाजाही दिनरात लगी रहती है जिससे अगर बंदला में कोई अनहोनी हो जाती है तो लोगों के लिए संभलना बहुत मुश्किल हो जाएगा। इस बारे में उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने कहा ग्रामीण अपने प्रधान से बात करें। सैनिटाइज के लिए यह जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई है। नाके की जांच की जाएगी, अगर उचित होगा तो नाका लगा दिया जाएगा।