जर्जर भवन में फड़फड़ा रहा शिक्षा का दीपक
सरकारी स्कूलों में आधारभूत ढांचा मजबूत करने के प्रयास अभी तक सिरे
संवाद सहयोगी, हरलोग : सरकारी स्कूलों में आधारभूत ढांचा मजबूत करने के प्रयास अभी तक सिरे चढ़ते नजर नहीं आ रहे हैं। आलम यह है कि जर्जर भवनों में शिक्षा की दीपक जलाया जा रहा है। इसकी जीती जागती तस्वीर राजकीय प्राथमिक पाठशाला बरढ़ी में नजर आती है, जिसका भवन जर्जर है, खंडहर बन रहा है। एक सच्चाई यह भी कि इसे जल्द न गिराया गया तो यह किसी बड़े हादसे का कारण भी बन सकता है।
राजकीय प्राथमिक पाठशाला बरठीं के भवन का निर्माण 1960 में किया गया था। इतने वर्षो के बाद इस भवन की हालत अब बेहद खस्ता हो चुकी है। इस भवन को गिराने के लिए स्कूल प्रबंधन समिति के पूर्व प्रधान मान ¨सह ने उपायुक्त बिलासपुर को एक ज्ञापन भी सौंपा था। वह बताते हैं कि इस भवन का आधा हिस्सा वर्ष 2011 में बरसात के में गिर गया था तथा इसकी सूचना शिक्षा विभाग को भी दे दी गई थी। वर्ष 2017 में दोबारा भवन को गिराने के लिए शिक्षा विभाग को अवगत करवाया गया था लेकिन अभी तक किसी के सिर पर जूं तक नहीं रेंगी है। जर्जर भवन को गिराने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि मामला उजागर होने पर प्रशासनिक अधिकारियों व लोक निर्माण विभाग ने मौके पर जाकर भवन का निरीक्षण भी किया था लेकिन उसके बाद इसे गिराने के लिए कुछ नहीं हुआ। अभिभावक डरे हुए हैं कि अगर भवन कभी भी गिर सकता है तथा इसकी चपेट में स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे आ सकते हैं। इससे कोई अनहोनी हो सकती है। शिक्षा विभाग की लापरवाही कभी भी किसी भी घर के चिराग पर भारी पड़ सकती है। उन्होंने रोष जताया कि कई आग्रह करने के बाद भी विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने उपायुक्त से भवन को गिराने के निर्देश जारी करने की मांग की है।
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शिक्षा उपनिदेशक अमर सिंह का कहना है कि बरढ़ी स्कूल के भवन संबंधित रिपोर्ट उपायुक्त को रिपोर्ट भेजी दी है। उपायुक्त कार्यालय से आगामी निर्देश मिलते ही शिक्षा विभाग कार्रवाई करेगा।