जल जीवन मिशन से हर घर जुड़ेगा नल से
फोटो नंबर एक बिलासपुर में जल जीवन मिशन के तहत हर घर को नल से जल से जोड़ा जाएगा तथा इसे 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। ऐसे में चारो विधानसभा क्षेत्र में योजनाओं के कलस्टर बनाए जा रहे हैं। बिलासपुर में मिशन के तहत 200 करोड़ रूपये खर्च किये जाएंगे। पुरानी योजनाओं का संवर्धन किया जाएगा ताकि पानी की कमी को दूर किया जा सके। कृषि योग्य भूमि को सिचाई सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए प्रधानमंत्री सिचाई सुविधा चलाई गई है। बिलासपुर में दो बड़े संस्थानों का निर्माण चल रहा है जिन्हें पानी उपलब्ध करवाने के लिए कौलडेम से पानी उठाया जाएगा। विभाग प्रत्येक व्यक्ति को स्वच्छ जल करवाने के लिए प्रयासरत है। यदि योजनाओं की बात की जाए तो बिलासपुर में करीब 2
साप्ताहिक साक्षात्कार
बिलासपुर में जल जीवन मिशन के तहत हर घर को नल से जोड़ा जाएगा। इसे 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। ऐसे में चारों विधानसभा क्षेत्रों में योजनाओं के कलस्टर बनाए जा रहे हैं। बिलासपुर में मिशन के तहत 200 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे। पुरानी योजनाओं का संवर्धन किया जाएगा ताकि पानी की कमी को दूर किया जा सके। कृषि योग्य भूमि को सिचाई सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए प्रधानमंत्री सिचाई सुविधा चलाई गई है। बिलासपुर में दो बड़े संस्थानों का निर्माण चल रहा है जिन्हें पानी उपलब्ध करवाने के लिए कोलडैम से पानी उठाया जाएगा। बिलासपुर में करीब 286 पेयजल योजनाएं हैं। जिनमें करीब 103 छोटी योजनाएं हैं जो प्राकृतिक जलस्त्रोतों से उठाई गई हैं। यह बात आइपीएच विभाग सर्कल बिलासपुर के अधीक्षण अभियंता विजय कुमार डटवालियां ने रजनीश महाजन के साथ कही। प्रस्तुत है वार्ता के कुछ अंश :
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-जल जीवन मिशन क्या है और इसका लोगों को क्या लाभ है?
जल जीवन मिशन एक बहुत बड़ी योजना है। इसके तहत बिलासपुर जिला के प्रत्येक घर को नल के माध्यम से जल उपलब्ध करवाया जाएगा। लोगों को पीने के पानी के लिए प्राकृतिक जलस्त्रोतों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
-इस मिशन के तहत क्या-क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
मिशन के तहत पेयजल योजनाओं का कलस्टर बनाया जा रहा है। जिन योजनाओं में पानी की कमी है उनका संवर्धन किया जा रहा है ताकि लोगों को नजदीकी योजनाओं से पानी उपलब्ध करवाया जा सके।
-बिलासपुर में जल जीवन मिशन योजना के तहत कितना बजट खर्च किया जा रहा है और कब तक इसे पूरा कर लिया जाएगा?
बिलासपुर में 2024 तक इस योजना के तहत सभी घरों को जोड़ लिया जाएगा तथा इसके दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण के लिए करीब 200 करोड़ रुपये बजट का प्रावधान किया गया है।
-बिलासपुर में ऐसे कितने घर हैं जो आज भी नल सुविधा से वंचित हैं?
देखिये बिलासपुर में कुल 76378 घर हैं तथा इनमें करीब 62 प्रतिशत घरों को नलों से जोड़ दिया गया है जबकि 38 प्रतिशत घरों को अभी तक नलों से नहीं जोड़ा गया है। इन्हें भी शीघ्र ही नलों से जोड़ दिया जाएगा।
-धार टटोह में पेयजल आपूर्ति की सबसे बड़ी समस्या है तो इसे दूर करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
धार टटोह क्षेत्र में पेयजल समस्या को दूर करने के लिए विभाग ने कौलडैम से पानी उठाने का निर्णय लिया है। इससे लोगों की पानी की समस्या दूर हो जाएगी। इसमें करीब 35 करोड़ रूपये खर्च किये जाएंगे।
-बिलासपुर में दो बड़े संस्थान हाइड्रो कॉलेज और एम्स बन रहे हैं। ऐसे में यहां पर पानी की आवश्यकता को कैसे पूरा किया जाएगा?
बिलासपुर में बन रहे हाइड्रो कॉलेज और एम्स को प्रतिदिन 22 लाख लीटर पानी की आवश्यकता है। ऐसे में कौलडैम पानी का सबसे बड़ा स्त्रोत है तो इन दोनों संस्थानों को वहीं से पानी दिया जाएगा। इस पर करीब 65 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।