बारिश से वर्कशॉप की ओर जाने वाली सड़क खस्ताहाल
एचआरटीसी वर्कशॉप तथा साथ लगते लोगों के घरों के लिए जाने वाले सपंर्क मार्ग की सूरत को बारिश ने बिगाड़ कर रख दिया है। उच्च मार्ग चंडीगढ़ मनाली के साथ सटी इस सड़क से हिमाचल पथ परिवहन निगम की वर्कशॉप तथा पैट्रोल पंप भी जहां पर निगम की बसें तेल की भराई करने तथा रिपेयर करवाने के लिए जाती हैं लेकिन सड़क की हालत इतनी खस्ता हो गई है कि सड़क पर गहरे गड्ढे बन गए हैं। पिछले वर्ष सड़क की दशा की हालत को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने के स्थान पर मिट्टी भर दी गई थी लेकिन
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : एचआरटीसी वर्कशॉप तथा साथ लगते लोगों के घरों के लिए जाने वाले सपंर्क मार्ग की सूरत को बारिश ने बिगाड़ कर रख दिया है। उच्च मार्ग चंडीगढ़ मनाली के साथ सटी इस सड़क से हिमाचल पथ परिवहन निगम की वर्कशॉप तथा पेट्रोल पंप भी जहां पर निगम की बसें तेल की भराई करने तथा रिपेयर करवाने के लिए जाती हैं। लेकिन सड़क की हालत इतनी खस्ता हो गई है कि सड़क पर गहरे गड्ढे बन गए हैं। पिछले वर्ष सड़क की दशा की हालत को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने के स्थान पर मिट्टी भर दी गई थी। लेकिन उस समय भी इस मिट्टी के ढेरों को समतल नहीं किया गया जिससे यहां पर सड़क उबड़ खाबड़ बन गई है। जिससे जब वाहन यहां से गुजरता है तो लोगों को झटके महसूस करने पड़ते हैं। इस संपर्क मार्ग पर आगे आवासीय कालोनी तथा लोगों के घर भी हैं तथा यह रास्ता बंदला की सड़क के साथ जाकर जुड़ जाता है। ऐसे में अधिकांश लोग भी इस रास्ते का प्रयोग अपने घरों को जाने के लिए करते हैं। जिससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। हैरानी की बात है कि इस सड़क की दशा को सुधारने को लेकर न तो विभाग और ही निगम के अधिकारी कोई कार्रवाई कर रहे हैं। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
आशीष ठाकुर, अंकुश, विजय, संजय का कहना है कि सड़क की हालत काफी खराब हो गई है। टारिग उखड़ने से गड्ढे ही गड्ढे पड़ गए हैं जिसके कारण लोगों को समस्या का सामना करना पड़ता है। इस सड़क पर दोपहिया वाहन चलाना भी जोखिम भरा है। पहले भी विभाग को सड़क की हालत को सुधारने को लेकर मांग की गई है। लेकिन कोई भी ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। विभाग को चाहिए कि सड़क की हालत को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए ताकि लोगों को परेशानी से छुटकारा मिल सके।
वहीं लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता वीएन पराशर का कहना है कि यह रास्ता हमारे अधीन नहीं आता है। यदि निगम उन्हें बजट उपलब्ध करवाए तभी इसकी हालत को सुधारा जा सकता है।
वहीं, एचआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक पवन शर्मा का कहना है कि समस्या उनके ध्यान में है। शीघ्र ही समस्या का समाधान करने के प्रयास किए जाएंगे।