कोठीपुरा में एम्स के भूमि पूजन की तैयारी
बिलासपुर के कोठीपुरा में प्रस्तावित एम्स के निर्माण कार्य की शुरुआत को लेकर इंतजार की घड़ियां खत्म होने जा रही हैं। 1351 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले एम्स का कार्य अगले सप्ताह शुरू हो जाएगा। कोठीपुरा में 21 जनवरी को सुबह 11 बजे से
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : राज्य सरकार बिलासुपर के कोठीपुरा के लिए केंद्र सरकार की ओर से मंजूर किए गए एम्स संस्थान का निर्माण शुरू करने जा रही है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर एम्स के निर्माण की बाकायदा केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा की अगुवाई में भूमि पूजन की रस्म अदा करेंगे। इस मौके पर सांसद अनुराग ठाकुर व स्वास्थ्य मंत्री विपिन ¨सह परमार भी मौजूद रहेंगे। हालांकि जिला प्रशासन की ओर से अतिरिक्त जिला मेजिस्ट्रेट श्रवण मांटा ने इस बात से इंकार किया है कि उनके पास इस मामले में कोई आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी आई है। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि वन विभाग से जुड़ी हुई जमीन की तमाम औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है। जबकि टीसीपी से जुडी हुई औपचारिकताएं भी अगले कुछ दिनों में पूरी हो जाएंगीं। इसके लिए टीसीपी डिपार्टमेंट को भूमि पूजन से पहले इन औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए कहा गया है।
टीसीपी की स्थानीय शाखा के प्रभारी पीओ घनश्याम ने बताया कि वह इसी फाइल को लेकर डिविजनल दफतर मंडी जा रहे हैं। वहां से मंजूरी लेकर इस फाइल को शिमला निदेशालय भेजा जाएगा। उम्मीद है कि भूमि पूजन के लिए तय तारीख से पहले यह काम पूरा हो सकेगा।
जिला भाजपा के सचिव स्वदेश ठाकुर ने यहां दावा किया है कि बिलासपुर के कोठीपुरा में प्रस्तावित एम्स के निर्माण कार्य की शुरुआत को लेकर इंतजार की घड़ियां खत्म होने जा रही हैं। 1351 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले एम्स का कार्य का भूमि पूजन 21 जनवरी को सुबह 11 बजे होगा। जिसमें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा, स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार तथा हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर उपस्थिति दर्ज करवाएंगे।
कोठीपुरा में बनने वाले एम्स की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन अक्टूबर 2017 को रखी थी। उसके महज तीन माह बाद तीन जनवरी 2018 को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में एम्स को मंजूरी भी मिल गई थी। 1300 बीघा से अधिक भूमि पर बनने वाले एम्स की बाउंड्री वॉल का निर्माण कार्य पहले ही शुरू हो चुका है। अब एम्स के निर्माण की शुरुआत भी होने जा रही है।
एम्स में 750 बिस्तरों और ट्रॉमा सेंटर की सुविधा होगी। वहीं, आयुष विभाग में 30 बिस्तर अलग से होंगे, जहां आयुर्वेदिक पद्धति से उपचार होगा। 15 ऑपरेशन थियेटर्स के अलावा 20 स्पेशियलिटी और सुपर स्पेशियलिटी डिपार्टमेंट होंगे। मेडिकल कॉलेज में हर साल जहां 100 एमबीबीएस डॉक्टर तैयार होंगे, वहीं प्रतिवर्ष 60 नर्से भी ट्रे¨नग करेंगी। एम्स परिसर में हेलीपैड भी बनेगा।