Paragliding In Bilaspur: पैराग्लाइडिंग के रोमांच का केंद्र बनेगा हिमाचल का बिलासपुर जिला
पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के उपाध्यक्ष विशाल जस्सल और महासचिव अतुल खजूरिया ने बताया कि पांच सदस्यीय टीम ने बंदला साईट का विजिट कर लिया है और अब केवल किसी भी साफ मौसम वाले दिवस में ट्रायल की औपचारिकता को पूरा किया जाएगा।
बिलासपुर, सुनील शर्मा। पैराग्लाइडिंग के रोमांच का केंद्र अब बिलासपुर जिला होने जा रहा है। इसके लिए प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन ने मिलकर तैयारी शुरू कर दी है। हाल ही में इस साइट को नोटिफाई करने के लिए ट्रायल व तकनीकी टीमों की इंस्पेक्शन की प्रक्रिया जारी है, लेकिन उम्मीद है कि यहां पर देश भर सबसे सुरक्षित साइट इसे माना जाता रहा है और ऐसे में इसके सफल ट्रायल के पूरे कयास लगाए जा रहे हैं। आगामी कुछ ही दिनों में दिल्ली व चंडीगढ़ से बिलासपुर की दूरी बहुत ही कम होने जा रही है। ऐसे में पैराग्लाइडिंग का शौक रखने वाले हजारों पर्यटकों के लिए यह खुशी भरी खबर हो सकती है।
पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के उपाध्यक्ष विशाल जस्सल और महासचिव अतुल खजूरिया ने बताया कि पांच सदस्यीय टीम ने बंदला साईट का विजिट कर लिया है और अब केवल किसी भी साफ मौसम वाले दिवस में ट्रायल की औपचारिकता को पूरा किया जाएगा। उसके बाद इसकी अगली प्रक्रिया को पूरा कर दिया जाएगा। इससे जहां एसआईवी कोर्स करने वाले देशभर के प्रशिक्षु पायलटों को लाभ मिलेगी, वहीं हवा में छलांग लगाने वाले हजारों पर्यटकों को भी यहां पर हवा में राइड करने का अवसर पैदा होगा।
साइट के लिए तकनीकी कमेटी की अप्रूवल अनिवार्य
2021 की नोटिफिकेशन के तहत किसी भी पैराग्लाईडिंग साईट के लिए तकनीकी कमेटी की अप्रूवल अनिवार्य की गई है। हालांकि, पहले बंदला साईट को उड़ान भरने के लिए अधिकृत किया गया था, लेकिन बाद में डिनोटिफाई किया गया, जिसके चलते पैराग्लाईडिंग गतिविधियां बंद हो गईं।
एक्रोबैटिक स्पोर्ट्स के लिए बिलासपुर एक्सक्लूसिव साइट
यहां बता दें कि बिलासपुर पूरे देश भर में एक ऐसी पहली एक्सक्लूसिव साइट है जो कि एक्रोबैटिक के लिए बेहद उपयुक्त मानी गई है। बंदला साइट से उड़ान भरने के बाद पैराग्लाईडर बिलासपुर की गोबिंदसागर झील में उतरते हैं, जिन्हें मोटरबोट या किश्ती के जरिए झील किनारे सुरक्षित जगह तक पहुंचाया जाता है। ऐसे में साइट नोटिफाई होने के बाद नेशनल इंटरनेशनल एक्रोबैटिक स्पोर्ट्स का भी आयोजन करवाया जा सकेगा।
उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक का कहना है कि बंदला साइट को नोटिफाई करवाए जाने के लिए वह हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। इस संदर्भ में निदेशक टूरिज्म व पर्वतारोहण संस्थान मनाली के साथ पत्राचार किया गया है।