कोटलू बिदड़या में नहीं सड़क सुविधा
घुमारवीं विकास खंड के तहत ग्राम पंचायत कोटलू ब्राह्मणा के गांव कोटलू बिदड़या में सड़क न होने के कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालात यह है कि गांव में यदि कोई बीमार हो जाता है तो उनको घर से पक्की सड़क तक
संवाद सहयोगी, बरठीं : घुमारवीं विकास खंड के तहत ग्राम पंचायत कोटलू ब्राह्मणा के गांव कोटलू बिदड़या में सड़क न होने के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालात यह है कि गांव में यदि कोई बीमार हो जाता है तो उनको घर से पक्की सड़क तक पालकी में कुछ लोग उठा कर लाते हैं। यदि गांव में पालकी उठाने वाला कोई न हो तो मरीज को घर में ही तड़पना पड़ता है। हरिजन बस्ती कोटलू बिदड़या गांव के कृष्णू राम, किरपा राम, बालक राम, श्रीराम, अतुल, अजय, महिला मंडल की प्रधान गायत्री देवी, अमित, कपिल, मीरां देवी, बिमला देवी, पूजा देवी ने बताया कि गांव में आज तक सड़क सुविधा नहीं है।
वर्ष 2017 में तत्कालीन विधायक राजेश धर्माणी ने सड़क का विधिवत रूप से शिलान्यास कर सड़क के लिए दो लाख रुपये की राशि लोक निर्माण विभाग को आबंटित की थी। लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में एक आंगनबाड़ी केंद्र और महिला मंडल है। गांव में कुछ 70 से 80 बर्षीय बुजुर्ग हैं जो कभी भी बीमार हो जाते हैं। ऐसे में उनके गांव तक एंबुलेंस भी नहीं आ सकती है। ग्रामीणों ने बताया कि पक्की सड़क से उनके घर तक महज 500 मीटर की दूरी पर है। सरकारी भूमि पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। उन्होंने इसकी शिकायत उपायुक्त बिलासपुर, लोक निर्माण विभाग, राजस्व विभाग, वन विभाग व प्रदेश के मुख्यमंत्री तक की है। लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है।
उन्होंने सरकार व विभाग से मांग की है कि हरिजन बस्ती तक सडक निर्माण किया जाए अन्यथा वह न्यायालय का दरवाजा खटखटाने पर मजबूर होंगे। उधर, पंचायत प्रधान प्यार सिंह ने बताया कि कोटलू बिदड़या तक एंबुलेंस योग्य सडक निर्माण होना चाहिए। लेकिन जमीनी विवाद के चलते कार्य लटका हुआ है। पंचायत में प्रस्ताव पास कर लोक निर्माण विभाग को प्रेषित कर दिया है।
उधर, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता सुरजीत कैंथ ने बताया कि वह स्वयं मौके पर जाकर आवश्यक कार्यवाही अमल में लाएंगे।