बच्चों को मधुमेह के बारे में दी जानकारी
विश्व मधुमेह दिवस के मौके पर स्वास्थ्य खंड झंडूता के तहत हिमाचल पब्लिक स्कूल झंडूता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य शिक्षक रमेश चंदेल ने बताया कि यदि मधुमेह टाइप 2 का समय रहते निदान एवं प्रबंधन न किया जाए तो
संवाद सहयोगी, झंडूता : विश्व मधुमेह दिवस के मौके पर स्वास्थ्य खंड झंडूता के तहत हिमाचल पब्लिक स्कूल झंडूता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य शिक्षक रमेश चंदेल ने बताया कि यदि मधुमेह टाइप टू का समय रहते निदान एवं प्रबंधन न किया जाए तो अंधापन, अंग विच्छेदन, गुर्दो की विफलता, ह्रदयघात व पक्षाघात जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। मधुमेह टाइप एक में इंसुलिन बनना कम हो जाता है जिसमें असामान्य प्यास, मुंह का सूखना, पेशाब का बार बार आना, अचानक वजन कम होना, थकावट, जख्मों का धीरे-धीरे भरना तथा नजर धुंधली होना आदि लक्षण हैं। टाइप टू मधुमेह में आमतौर पर युवाओं, किशोरों तथा बच्चों में लगातार बढ़ रहा है। इसमें इंसुलिन तो बन रहा है, लेकिन आवश्यकतानुसार नहीं बनता है। इसके नियंत्रण के लिए जाने वाले कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत हर माह की नौ तारीख को स्वास्थ्य संस्थाओं में गर्भवती माताओं की मधुमेह की जांच (जीटीटी) निशुल्क की जाती है। चंदेल ने प्रतिदिन 30 से 40 मिनट पैदल चलना लाभदायक बताया। प्रधानाचार्य तरसेम चंदेल ने भी बच्चों से स्वस्थ व्यवहार को अपने जीवन में डालने का आग्रह किया। स्वास्थ्य कार्यकर्ता शिवानंद, सुखां देवी, प्रमिला देवी, आरती देवी तथा स्कूल के अध्यापक अजय मुकेश, वासुदेव मीनाक्षी आदि भी मौजूद रहे।