हौसले व जागरूकता से दादी-पोती ने कोरोना को दी मात
कोरोना महामारी को आसानी से हराया जा सकता है बशर्ते आप में हौसला व जागरूकता होनी चाहिए।
जनक राज शर्मा, भराड़ी (बिलासपुर)
कोरोना महामारी को आसानी से हराया जा सकता है, बशर्ते आप में हौसला व जागरूकता होनी चाहिए। इसके साथ समय पर बेहतर उपचार मिल जाए तो संक्रमण आपका कुछ भी बिगाड़ नहीं सकता।
उपतहसील भराड़ी के तहत गांव बणी भपराल की 90 वर्षीय तुलसी देवी व उसकी पोती दस वर्षीय अंतरा जसवाल ने बेहतर उपचार व जागरूकता से इस महामारी को मात दी है। हालांकि परिवार में पिछले दिनों कोरोना से मौत होने से पूरा परिवार सदमे में डूबा हुआ था मगर इस परिवार ने हौसला नहीं छोड़ा। आज इसी का नतीजा है कि इस परिवार में फिर से खुशियां आने लगी हैं।
13 अक्टूबर को बणी भपराल गांव में तुलसी देवी के परिवार में कोरोना पॉजिटिव केस आने से उनके बड़े बेटे का निधन हो गया था। इसके बाद एहतियात के तौर पर उनके परिवार के 23 लोगों के कोरोना टेस्ट किए गए थे। इनमें से परिवार के दो सदस्य पॉजिटिव निकले, जिनमें मृतक की माता तुलसी देवी व मृतक के भाई की 10 वर्षीया बेटी अंतरा भी पॉजिटिव पाई गई। इनको घुमारवीं अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उपचार के बाद 28 अक्टूबर को दोनों को घर भेज दिया गया जोकि अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
तुलसी देवी के बेटे बैंक प्रबंधक सुरेश जसवाल ने बताया कि इस दुख की घड़ी में नीलम जसवाल जो तुलसी देवी की बहू हैं, उन्होंने अस्पताल में कोरोना जैसी महामारी के चलते अपने जीवन की परवाह न करते हुए अपनी सास की सेवा की। अंतरा जसवाल की माता संतोष कुमारी ने भी उनकी सेवा का जिम्मा संभाले रखा । आज जब दोनों घर पहुंचीं तो दुख के साथ-साथ खुशी का ठिकाना नहीं था। सुरेश जसवाल ने बताया ऐसे दुखद समय में लोगों को संक्रमित परिवार का हौसला बढ़ाना या साथ देना चाहिए न कि उनका बहिष्कार करना चाहिए।