श्रद्धांजलि देकर शहीद पुलिसकर्मियों को किया याद
जागरण संवाददाता बिलासपुर पुलिस लाइन बिलासपुर में पुलिस विभाग ने स्मृति दिवस के उपलक्ष्य पर कार्यक्रम हुआ।
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : पुलिस लाइन बिलासपुर में पुलिस विभाग ने स्मृति दिवस के उपलक्ष्य पर शहीदों को याद किया और परेड का आयोजन किया। परेड कार्यक्रम की अध्यक्षता एसपी एसआर राणा ने की।
इस अवसर पर पिछले एक वर्ष में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान एसपी के साथ पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों ने पुष्पांजलि अर्पित की। पुलिस अधीक्षक एसआर राणा ने बताया कि 2012 के बाद इस स्मृति दिवस परेड को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जाता है। इसे मनाने की परंपरा बहुत पुरानी है और 2012 से पहले इसे अपने अपने स्तर पर पुलिस विभाग द्वारा मनाया जाता रहा है। उन्होंने बताया कि 21 अक्टूबर 1959 की घटना है जब आंतरिक सुरक्षा में लगी एक पुलिस पार्टी पर चीनी सेना ने आक्रमण किया था और सात जवान मौके पर ही शहीद हुए थे। साथ ही इस हादसे में सैकड़ों पुलिस जवान घायल भी हो गए थे। उनकी याद में यह स्मृति दिवस परेड को मनाना शुरू किया गया था। एसपी ने बताया कि पिछले वर्ष देश में 377 जवानों ने अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए अपनी जान गवाई है। आज उन्हीं की स्मृति में यह स्मृति दिवस परेड का आयोजन करके उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
एसपी बिलासपुर ने पुलिस द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यो की चर्चा करते हुए कहा कि कोविडकाल में भी पुलिस ने बेहतर कार्य किए हैं। इस कार्य में बिलासपुर जिले के भी 199 पुलिसकर्मी कोविड की चपेट में आ गए थे, जो अब ठीक हैं। इस अवसर पर सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
---------------
शहीद पुलिस कर्मी है देश व प्रदेश का
चित्र: 2
संवाद सहयोगी, हमीरपुर : जिला हमीरपुर में भी पुलिस लाइन दोसड़का में पुलिस स्मृति दिवस मनाया गया है। अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई।
पुलिस अधीक्षक हमीरपुर डा. आकृति शर्मा के नेतृत्व में अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी राज्यों और अर्द्धसैनिक बलों के वीर शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई तथा माल्यार्पण किया गया।
इस दौरान एसपी डा. आकृति शर्मा ने बताया कि पुलिसकर्मी विकट परिस्थितियों में अपनी देश के प्रति सेवा करने में अपने प्राणों तक न्यौछावर करने से पीछे नहीं रहता।