रिया ने किया बेटी है अनमोल का अर्थ सार्थक
बेटी हूं बेटे से बड़ा काम करूंगी बेटी है अनमोल इस शब्द सार्थक करूंगी कमजोर मत समझना अगर बेटी हूं एक दिन मम्मी पापा आपका नाम रोशन करूंगी। जी यह लाइन पूरी तरह से बिलासपुर जिला के तहत भराड़ी उपतहसील के एक छोटे से गांव में पैदा
फोटो नंबर दो
संवाद सहयोगी, भराड़ी : बेटी हूं बेटे से बड़ा काम करूंगी, बेटी है अनमोल इस शब्द को सार्थक करूंगी। कमजोर मत समझना अगर बेटी हूं एक दिन मम्मी-पापा आपका नाम रोशन करूंगी। यह लाइन भराड़ी उपतहसील के एक छोटे से गांव में पैदा हुई रिया शर्मा पर सटीक बैठती है। रिया ने एमबीबीएस में चयन होने पर न केवल माता-पिता का नाम रोशन किया है बल्कि एक छोटे से गांव से पहली चिकित्सक बनने का गौरव भी हासिल किया है।
उप तहसील भराड़ी के तहत गांव मिहाड़ा की रिया शर्मा का हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में 488 रैंक हासिल करके एमबीबीएस में चयन हुआ। रिया शर्मा के पापा रमन शर्मा टीजीटी नॉन मेडिकल गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल धनंतर में कार्यरत हैं व माता अनीता शर्मा गृहिणी है। रिया शर्मा ने नीट परीक्षा में 480 अंक हासिल किए हैं। रिया शर्मा ने नर्सरी से तीसरी कक्षा तक वनस्थली पब्लिक स्कूल दिल्ली, चौथी से जमा दो तक की पढ़ाई डीएवी कोटखाई से शिक्षा ग्रहण की है। प्लस टू की पढ़ाई करने के बाद रिया शर्मा ने विद्यापीठ शिमला से एक साल की कोचिग ली और उसके बाद नीट परीक्षा में 480 अंक प्राप्त किए। जिसके बदौलत आज वो एमबीबीएस में प्रवेश कर चुकी है। रिया शर्मा अपने मम्मी पापा की इकलौती संतान है। गांव मिहाड़ा के लिए बहुत ही गर्व की बात है कि इस गांव से रिया पहली बेटी है जिसने एमबीबीएस में प्रवेश किया है।
रिया शर्मा ने कहा कि वह इसका श्रेय सर्वप्रथम उस भगवान, माता-पिता व शिक्षकों को देती है क्योंकि इन तीनों की वजह से आज मैं यहां हूं और आगे भी नि:स्वार्थ भाव से अपनी सेवाएं देती रहूंगी। इस मौके पर रिया शर्मा व उनके परिवार वालों को सभी जानने वाले बधाई दे रहे हैं।