रद : देवभूमि दर्शन योजना तोड़ रही दम
बुजुर्ग लोगों को पूरे हिमाचल के प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन करवाने के लिए शुरू की गई देव दर्शन योजना सिरे चढ़ती नजर नहीं आ रही है। हैरानी की बात यह है कि 6 माह का समय बीत जाने के बाद भी अभी तक केवल दस ही फार्म जमा हो पाए हैं। यह योजना उन
रजनीश महाजन, बिलासपुर
बुजुर्ग लोगों को पूरे हिमाचल के प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन करवाने के लिए शुरू की गई देव दर्शन योजना सिरे चढ़ती नजर नहीं आ रही है। हैरानी की बात यह है कि छह माह का समय बीत जाने के बाद भी अभी तक केवल दस ही फार्म जमा हो पाए हैं। यह योजना उन लोगों के लिए है जो बुजुर्ग 80 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं तथा मंदिरों के दर्शन करना चाहते हैं। लेकिन कर नहीं सकते हैं। इसके तहत इन बुजुर्गों को नि:शुल्क में यात्रा करवाई जानी थी। लेकिन बुजुर्गो की आयु ही अब इस योजना के लिए आफत बन चुका है क्योंकि अधिकांश 80 वर्ष की आयु के अधिक बुजुर्ग स्वयं अपनी देखभाल नहीं कर सकते हैं। ऐसे में उनके सहायक के रूप में एक व्यक्ति जा सकता है। लेकिन उसे 50 प्रतिशत राशि का भुगतान करना पड़ता है। ऐसे में बिलासपुर जिला के लोग इस योजना में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। लोगों की मानें तो सरकार ने योजना तो अच्छी शुरू की है। लेकिन आयु अधिक तय की गई है। यदि इस आयु को घटाकर 70 वर्ष कर दिया जाता है तो आसानी से इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
हैरानी की बात है कि जब इस योजना को लागू किया गया था तो इस योजना के सफल होने की बात कही गई थी। इस योजना का लाभ उठाने के लिए शुरू में कई लोगों ने आवेदन पत्र ले लिए थे, लेकिन बाद में केवल तीन ही लोगों ने आवेदन जमा करवाए थे। अब छह महीने का समय बीत चुका है लेकिन कोई भी व्यक्ति इस योजना का लाभ उठाने के लिए आगे नहीं आ रहा है। हालांकि विभागीय अधिकारियों की मानें तो उनके अनुसार चुनाव होने के कारण इस योजना को बंद कर दिया गया था, जिसके कारण लोगों के आवेदन जमा नहीं कर पाए थे जबकि अब आचार संहिता को समाप्त हुए भी आधा माह बीत चुका है। लेकिन कोई भी इच्छुक व्यक्ति आवेदन जमा करवाने के लिए नहीं आया है।
उधर, जिला भाषा एवं संस्कृति अधिकारी नीलम चंदेल का कहना है कि चुनाव के समय आचार संहिता के कारण योजना को बंद कर दिया गया था। अब दोबारा लोग आवेदन जमा करवा सकते हैं।