बजट से युवा और महिलाएं खुश, व्यापारियों को हाथ लगी निराशा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। बजट में सोना और पेट्रोल-डीजल पर बढ़ी एक्साइज ड्यूटी को जनता पर बोझ बताया गया है वहीं बजट में युवाओं व महिलाओं को विशेष रूप से तवज्जो देने की सराहना भी की है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। बजट में सोना और पेट्रोल-डीजल पर बढ़ी एक्साइज ड्यूटी को जनता पर बोझ बताया गया है, वहीं बजट में युवाओं व महिलाओं को विशेष रूप से तवज्जो देने की सराहना भी की है। बजट में उम्मीद के मुताबिक राहत न मिलने से व्यापारी वर्ग काफी नाखुश है। बजट अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगा। 45 लाख के घर पर अब 3.5 लाख रुपये ब्याज में छूट दी है। यह पहले 2 लाख थी। इससे मध्यम वर्ग को बड़ी राहत मिलेगी। इसके अलावा जिनकी व्यक्तिगत आय दो करोड़ या पांच करोड़ से ज्यादा है, उनके आयकर पर सरर्चाज में बढ़ोतरी की है। सरकार ने इलेक्ट्रिल व्हीकल को प्रोत्साहन दिया है। खरीदने के लिए लिए गए लोन के ब्याज पर डेढ़ लाख रुपये तक के ब्याज पर आयकर में छूट मिलेगी। अर्थव्यवस्था के लिहाज से अच्छे निर्णय लिए हैं।
विशाल भाटिया, सीए।
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बजट से आम आदमी को निराशा ही हाथ लगी है। सरकार ने वेतन भोगी कर्मचारी और मध्यम वर्ग के लोगों आयकर प्रणाली में कोई राहत नहीं दी है। उल्टा सरकार ने पेट्रोल-डीजल व सोने पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी। इससे कीमतों में बढ़ोतरी होगी। ऐसे में सरकार का न्यू इंडिया बनाने का सपना अधूरा है। छोटे व मध्यम वर्ग के लोगों को पैन कार्ड के बिना आधार से आयकर भरने की मामूली राहत प्रदान की है। यह ऊंट के मुंह में जीरा है।
प्रदीप कोहली, कर सलाहकार।
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पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 1 रुपया बढ़ाकर महंगाई बढ़ाने का काम किया गया है। इससे हर वर्ग पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। ट्रांसपोर्ट का खर्चा बढ़ जाएगा। जो वस्तु दो रुपये में मिल रही है, वह चार रुपये की मिलेगी। यह तो कम होनी चाहिए थी। रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण करने की योजना अच्छी है, लेकिन बेहतर होता यदि सरकार किराए में भी छूट दे देती।
प्रवीण राणा, एडवोकेट बजट हर वर्ग को राहत देने वाला है। खासतौर पर युवाओं को फायदा होगा। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। शिक्षा के क्षेत्र में भी युवाओं को ध्यान में रखकर बड़ा फैसला लिया है। इसके अलावा 2022 तक जल जीवन मिशन में हर घर में जल पहुंचाने का लक्ष्य सराहनीय है। गरीब जनता को फायदा मिलेगा।
सुभम, युवा वित्त मंत्री ने हर वर्ग को ध्यान में रखकर बजट पेश किया है। यह बजट देश को उन्नति की ओर ले जाना वाला है। 45 लाख तक के घर पर 3.5 लाख तक का ब्याज में छूट देकर बड़ी राहत देने का काम किया है। इसके अलावा युवा व महिलाओं के लिए भी विशेष योजनाओं को धरातल दिया है।
राज राणा, टिबर व्यापारी। जो लोग ऊंची आय वाले यानि 5 करोड़ से ऊपर सालाना आय वालों पर अब 7 फीसदी और 2 से 5 करोड़ की सालाना आय वालों पर 3 फीसदी और सरचार्ज बढ़ने अमीर आदमी पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। इससे कारोबारियों को नुकसान है। लेकिन 300 किलोमीटर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को मंजूरी देना व जलमार्ग प्रोजेक्ट से व्यापार को बढ़ावा देने का निर्णय अच्छा है।
अमृत पाल सिंह, प्रधान, सब्जी मंडी आढ़ती एसोसिएशन पेट्रोल-डीजल पर सेस बढ़ाए जाने का असर हर वर्ग पर पड़ेगा। आम आदमी से लेकर उद्योगपति, ट्रांसपोर्टर, किसान व व्यापारी प्रभावित होगा। उद्योग व्यापार को बचाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। आमजन को कोई फायदा नहंी होगा। व्यापारी वर्ग को उम्मीद थी कि इन्कम टैक्स से छूट मिलेगी, नए उद्योग लगाने के लिए सहूलियत देंगे, लेकिन कुछ नहीं दिया।
देवेंद्र चावला, अध्यक्ष, प्लाइवुड एसोसिएशन। सरकार ने महिलाओं को सम्मान देने की शुरुआत की है। बजट को परिवार की दृष्टि से देखा जाए न कि अकेले महिला की। बजट में हर वर्ग का ख्याल रखा गया है। सरकार ने महिलाओं के हित में जो योजनाएं शुरू की हैं, उनके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। सरकार ने महिलाओं के सम्मान के लिए शौचालय बनवाएं। यह अच्छी बात है।
अंजु वाजपेयी, डायरेक्टर, उत्थान संस्थान। बजट में युवाओं वर्ग का विशेष रूप से ध्यान रखा गया है। रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। बेरोजगारी दूर होगी। विदेशी छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए आकर्षित करेंगे। स्टडी इन इंडिया कार्यक्रम की शुरुआत होगी। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया जाना सरकार का अहम फैसला है। इससे युवा वर्ग को फायदा होगा।
रोचक गर्ग, प्रदेश कोषाध्यक्ष, भाजयूमो। सोने पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का असर आम ग्राहक पर पड़ेगा। इससे सोना महंगा होगा। पहले ही आसमान छू रहा है। भारतीय बाजार में इन दिनों कीमत सबसे अधिक है। कामधंधे पहले ही मंदी के दौर से गुजर रहे हैं। हर व्यापारी परेशान है।
गुलशन करवल, प्रवक्ता, स्वर्णकार एसोसिएशन वित्त मंत्री के बजट में किसान वर्ग की घोर अनदेखी की गई है। डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ने से लागत और भी बढ़ जाएगी। पैट्रोल-डीजल के रेट कम किए जाने चाहिए थे। किसानों को उम्मीद थी कि खाद व दवाइयों के दामों में भी राहत मिलेगी। बजट में किसान वर्ग के कल्याण की बात की जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। बजट पूरी तरह किसानों को निराश करने वाला है।
हरपाल, सुढैल, प्रदेश संगठन सचिव, भाकियू।