सब्जियों के दाम गिरने से किसान परेशान
संवाद सहयोगी, रादौर : बंपर उपज से सब्जियों के दाम गिर गए हैं। हालांकि क्षेत्र के हर गांव
संवाद सहयोगी, रादौर : बंपर उपज से सब्जियों के दाम गिर गए हैं। हालांकि क्षेत्र के हर गांव में किसान सब्जी की खेती से जुड़ते जा रहे हैं, लेकिन दामों में गिरावट से मायूस हैं।
किसानों का परंपरागत खेती को छोड़कर सब्जी की फसलों की ओर ज्यादा रुझान होने से सब्जी की फसल कई महीनों से कम दामों पर बिक रही है। दामों में गिरावट आने से सब्जी उत्पादक किसानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। सब्जियों के दामों में दो महीनों से भारी गिरावट आने से किसानों को फसलों का लागत मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है।
सब्जी मंडी समिति के प्रधान विजय आढ़ती ने बताया कि करेला और ¨भडी की सब्जी को छोड़कर सभी सब्जियों के दाम बेहद कम होने से किसानों और आढ़तियों को नुकसान हो रहा है। इस समय मंडी में करेला और ¨भडी 60 रुपये किलो बिक रही हैं। इसके अलावा अन्य सब्जी की फसलों के दाम कम होने से किसान और आढ़ती निराश हैं। उन्होंने बताया कि इस समय आलू और गोभी मात्र दो रुपये किलो, मूली चार रुपये किलो, बंद गोभी तीन रुपये किलो, कद्दू 10 रुपये किलो, बैगन आठ रुपये किलो, घीया 15 रुपये किलो, लोकल टमाटर पांच से छह रुपये किलोग्राम, जबकि महाराष्ट्र का टमाटर 15 रुपये किलो बिक रहा हे। अमरूद 80 रुपये किलो बिक रहा है।
किसान म¨हद्र पाल, गुरदयाल ¨सह, धर्मेद्र फतेहगढ़, धीरपाल, संदीप सैनी, सलिंद्र कुमार, गुरनाम ¨सह,रमेश कुमार फतेहगढ़ ने बताया कि उन्होंने बड़ी मेहनत और लागत से सब्जी की फसलें तैयार की थी, लेकिन सब्जी के दामों में निरंतर कुछ माह से बेहद कम दाम मिलने से उन्हें भारी घाटा हो रहा है। सब्जी की फसल ज्यादा होने से सब्जी के दाम गिरे हैं।