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गेहूं पर छाए संकट के बादल, सांसत में धरतीपुत्र

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : खेत में तैयार गेहूं की फसल पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Apr 2017 10:41 PM (IST)Updated: Tue, 04 Apr 2017 10:41 PM (IST)
गेहूं पर छाए संकट के बादल, सांसत में धरतीपुत्र
गेहूं पर छाए संकट के बादल, सांसत में धरतीपुत्र

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : खेत में तैयार गेहूं की फसल पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। पश्चिमी विक्षोभ के कारण मंगलवार से शुक्रवार के बीच आंशिक बादल छाए रहने, बारिश होने और तेज हवा चलने की संभावना जताई जा रही है। जिले में सुबह बूंदाबांदी भी हुई। मौसम में आए बदलाव से किसान चिंता में हैं, क्योंकि इन दिनों खेतों में गेहूं की फसल पककर तैयार है और कटाई भी शुरू हो चुकी है। यदि बारिश और तेज हवा चलती हैं तो भारी नुकसान हो सकता है। फसल के लिहाज से इन दिनों ऐसा मौसम ठीक नहीं है। जिले में करीब 87 हजार हेक्टेयर भूमि पर गेहूं की फसल लहलहा रही है और करीब 410 हजार टन गेहूं की पैदावार का लक्ष्य कृषि विभाग ने रखा है।

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किसानों की बढ़ेंगी परेशानी

किसान पवन कुमार, शिव कुमार, गुरनाम ¨सह, संत कुमार आदि का कहना है कि इस बार गेहूं की बंपर पैदावार की संभावना जताई जा रही है। खास बात यह है कि अब तक मौसम फसल के अनुकूल रहा, लेकिन यदि मौसम खराब हो जाता है, तो भारी नुकसान की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता, क्योंकि ऐसे मौसम में फसल के गिरने की आशंका रहती है। फसल के गिरने से कटाई भी प्रभावित होगी और पैदावार पर भी असर पड़ेगा।

कटाई में जुटे किसान

बीते दिनों तापमान में आई बढ़ोतरी ने फसल को एकदम पका दिया है। इन दिनों किसान पूरी तरह फसल की कटाई में जुटे हुए हैं। खेतों में कहीं मजदूरों को कटाई करते हुए देखा जा सकता है, तो कहीं रीपर की मदद ली जा रही है। यदि बारिश होती है, तो कटाई प्रभावित हो जाएगी। हालांकि मंडियों में भी गेहूं की आवक धीरे-धीरे तेजी पकड़ रही है, लेकिन नमी होने से अभी सरकारी खरीद नहीं हो पा रही है।

मौसम ऐसा रहने की संभावना

हिसार के कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के प्रवक्ता के मुताबिक 6 अप्रैल तक मौसम में बदलाव की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से बूंदाबांदी और तेज हवा की संभावना है। मौसम में बदलाव को देखते हुए किसान कटी हुई फसल को बांध लें, ताकि तेज हवाओं से नुकसान न हो। उनके मुताबिक आज बादल छाए रह सकते हैं और बृहस्पतिवार को बूंदाबांदी हो सकती है। इसलिए किसान एहतियात बरतें।

जिलावार एरिया व उत्पादन का लक्ष्य

जिला एरिया उत्पादन

हिसार 230 1069

फतेहाबाद 188 915

सिरसा 305 1481

भिवानी 180 816

रोहतक 100 428

झज्जर 100 495

सोनीपत 145 682

गुड़गांव 47 221

फरीदाबाद 28 134

करनाल 174 855

पानीपत 87 427

कुरुक्षेत्र 114 547

कैथल 175 849

अंबाला 85 400

पंचकूला 15 57

यमुनानगर 87 410

जींद 215 989

महेंद्रगढ़ 48 226

रिवाड़ी 47 221

मेवात 75 315

पलवल 100 460

(एरिया हजार हैक्टेयर और उत्पादन हजार टन में है)

खेतों में गेहूं की फसल पककर तैयार है। बारिश और तेज हवा नुकसान का कारण बन सकती है। अब तक मौसम फसल के अनुकूल रहा है और अच्छी पैदावार की संभावना जताई जा रही है।

आदित्य कुमार डबास, जिला उप निदेशक, कृषि विभाग।


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