बातों-बातों में भांप रहे सीट पर किस प्रत्याशी का जोर
जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है वैसे-वैसे मतदान के लिए लोगों का जोश भी बढ़ता जा रहा है। पार्क से लेकर दुकानों तक सभी जगह चुनाव पर कशमकश है। जो जिस पार्टी का समर्थक वे अपनी जीत का दावा कर रहा है। साथ ही ये भी तर्क दिया जा रहा है कि उसका प्रत्याशी क्यों और कितनी वोट से जीत दर्ज करेगा।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे मतदान के लिए लोगों का जोश भी बढ़ता जा रहा है। पार्क से लेकर दुकानों तक सभी जगह चुनाव पर कशमकश है। जो जिस पार्टी का समर्थक वे अपनी जीत का दावा कर रहा है। साथ ही ये भी तर्क दिया जा रहा है कि उसका प्रत्याशी क्यों और कितनी वोट से जीत दर्ज करेगा। बाजार के माहौल को जानने के लिए दैनिक जागरण संवाददाता ने मंगलवार को यमुनानगर विधानसभा की कई दुकानों का दौरा किया। चुनाव के कारण दुकानों पर भीड़ बिल्कुल भी नहीं है। जबकि त्योहार नजदीक हैं। गोबिदपुरी मार्ग स्थित गुप्ता टी स्टॉल पर लोगों की भीड़ दिखी। यहां एक टेबल पर बैठ कर कुछ लोग चाय की चुस्की ले रहे थे तो कुछ दोपहर का भोजन कर रहे थे। इन लोगों से बातचीत शुरू होते ही चुनाव को लेकर राय जानी। बस फिर क्या था। मुंह से चुनाव की बात निकलने की देर थी। कुर्सियों पर बैठे लोग अपने आप ही शुरू हो गए। एक ने दावा किया कि यमुनानगर से भाजपा, तभी दूसरा बीच में बात काटते हुए बोला, नहीं भाई चुनाव में कुछ भी हो सकता है। इस बार सीट पर इनेलो टक्कर दे रही है। चाय पी रहा व्यक्ति बोला कि कुछ भी हो शहर में काम तो अच्छे करवाए हैं। सड़कें चौड़ी कर दी। कई सड़कों पर काम चल रहा है। पहले सारा दिन शहर के बीच में से ओवरलोड ट्रक चलते थे, लेकिन अब दिन में भारी वाहन नहीं निकलते। ट्रकों से हर रोज हादसे होते रहते थे।
परिचय देने पर लोगों ने अपना नाम रवि कुमार, वैभव कौशिक, विजय शर्मा, कुलवंत सिंह, रामेश्वर दयाल बताया। उन्होंने कहा कि शहर से भाजपा को काफी वोट मिलेगी। जबकि गांवों में वोटर कई पार्टियों के साथ हैं। इसलिए गांव से किस प्रत्याशी को कितने वोट मिलेंगे कुछ कहा नहीं जा सकता। जब उनसे पूछा कि वे किस प्रत्याशी को स्पोर्ट करते हैं तो उन्होंने कहा कि ये तो वे 21 तारीख को बताएंगे। वे सभी विभिन्न प्रकार का काम करते हैं लेकिन सोमवार को वोट डालने जरूर जाएंगे।उन्होंने कहा कि लोगों को किसी की बातों में आकर वोट नहीं डालनी चाहिए। अब तो प्रत्याशी वोटरों के पीछे-पीछे घूम रहे हैं लेकिन बाद में वही लोगों को अपने पीछे घूमाते हैं। इसलिए सोच समझ कर प्रत्याशी व पार्टी को परख कर ही वोट डालना चाहिए।