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मतदान कर वोटर फ्री, प्रत्याशियों को सताएगी नतीजों की बेचैनी

लोकतंत्र के महापर्व में मतदाताओं ने आहुति डाली। यमुनानगर जगाधरी रादौर और साढौरा विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं ने अपने प्रत्याशी पर पसंद की मुहर लगा दी है। किसी ने राष्ट्र की सुरक्षा के नाम पर तो किसी ने प्रत्याशी की छवि या फिर क्षेत्र के विकास के नाम पर वोट दिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Oct 2019 07:00 AM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2019 07:00 AM (IST)
मतदान कर वोटर फ्री, प्रत्याशियों को सताएगी नतीजों की बेचैनी
मतदान कर वोटर फ्री, प्रत्याशियों को सताएगी नतीजों की बेचैनी

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : लोकतंत्र के महापर्व में मतदाताओं ने आहुति डाली। यमुनानगर, जगाधरी, रादौर और साढौरा विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं ने अपने प्रत्याशी पर पसंद की मुहर लगा दी है। किसी ने राष्ट्र की सुरक्षा के नाम पर तो किसी ने प्रत्याशी की छवि या फिर क्षेत्र के विकास के नाम पर वोट दिया। युवाओं के साथ ही बुजुर्गो में मतदान के लिए खास उत्साह देखा गया। अब हर आम-खास को इंतजार 24 अक्टूबर का रहेगा। किस के सिर जीत का ताज सजेगा और कौन मुंह की खाएगा. यह ईवीएम से बाहर आ जाएगा। चुनावी मैदान में करीब छह माह से पसीना रहे प्रत्याशियों को अब नतीजों की बेचैनी सताएगी।

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प्रशासन को राहत

करीब एक माह से प्रशासनिक अमला विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटा हुआ था। कभी शत प्रतिशत जागरूकता रैली तो कभी कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान अधिकारी काफी व्यस्त रहे। चुनाव को लेकर तैयारी खास रही। मशीन में अपने प्रत्याशी के नाम की पर्ची देकर मतदाता आश्वास्त हुए कि जिसको वोट डाली, उसे गई। यह व्यवस्था देखकर मतदाता हैरान भी हुए।

सुबह पुरुष, काम निपटाकर कर पहुंची महिला शक्ति

सुबह सात बजे से पहले ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। मतदान केंद्रों पर 11 बजे से पहले पुरुषों की भीड़ रही। उसके बाद चूल्हा-चौका निपटाकर महिला शक्ति ने मतदान केंद्रों की ओर रुख किया। कोई देवरानी-जेठानी के साथ मतदान केंद्र पर पहुंची तो कोई अपने पति के साथ। अमादलपुर गांव में मतदान केंद्र पर पहुंची शिक्षा देवी ने बताया कि सुबह कामकाज निपटाकर ही वे मतदान केंद्र पर पहुंचा। इसी प्रकार सोनिया ने बताया कि सुबह से कामकाज में लगी हुई। फुर्सत मिलते ही वोट डालने के लिए पहुंची। वे हर चुनाव में वोट जरूर डालती हैं।

दो माह से बेड पर हूं, लेकिन मतदान के लिए पहुंचा

भगवानगढ़ निवासी शीशपाल ने बताया कि दो माह से बेड पर हूं। रोड एक्सीडेंट में उसकी टांग टूट गई थी, लेकिन वोट डालने के लिए रेहड़ी में बैठकर बूथ तक पहुंचा। टांग में दर्द है, लेकिन देश के प्रति अपना फर्ज निभाना जरूरी था। हर वोट की अपनी अहमियत है। हमारा प्रयास रही रहना चाहिए कि हर परिस्थिति में मतदान करें। इनके अलावा गढ़ी मूंडो के सरकारी स्कूल में बने बूथ सावनपुरी के रामनाथ को उसका बेटा सहारा देकर मतदान के लिए लेकर आया। सोमनाथ लंबे समय से बीमार हैं।


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