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स्वास्थ्य केंद्र और पशु अस्पताल नहीं होने से ग्रामीणों को हो रही दिक्कत

तीर्थराज कपालमोचन की सीमा से सटा अहड़वाला गांव 300 साल से अपनी एक अलग पहचान बनाए हुए है। पानी निकासी के लिए बिछाई गई अंडरग्राउंड पाइप लाइन अन्य गांवों के लिए एक माडल प्रस्तुत करती है। प्रवेश करते ही सफाई व्यव्स्था आपका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है। 750 वोट सरपंच को चुनाव करते है जबकि आबादी 1100 के करीब है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Jul 2019 08:04 AM (IST)Updated: Mon, 15 Jul 2019 08:04 AM (IST)
स्वास्थ्य केंद्र और पशु अस्पताल नहीं होने से ग्रामीणों को हो रही दिक्कत
स्वास्थ्य केंद्र और पशु अस्पताल नहीं होने से ग्रामीणों को हो रही दिक्कत

संवाद सहयोगी, बिलासपुर : तीर्थराज कपालमोचन की सीमा से सटा अहड़वाला गांव 300 साल से अपनी एक अलग पहचान बनाए हुए है। पानी निकासी के लिए बिछाई गई अंडरग्राउंड पाइप लाइन अन्य गांवों के लिए एक माडल प्रस्तुत करती है। प्रवेश करते ही सफाई व्यव्स्था आपका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है। 750 वोट सरपंच को चुनाव करते है, जबकि आबादी 1100 के करीब है। राजकीय महाविद्यालय बनने से क्षेत्र के बच्चों केा शिक्षा ग्रहण करने के लिए जिला मुख्यालय की तरफ नही जाना होगा। 70 प्रतिशत आबादी शिक्षित है, जबकि 20 प्रतिशत लोग सरकारी विभागों में सेवाएं दे रहे हैं। पशु अस्पताल की जरूरत : प्रदीप

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पंच प्रदीप ने बताया कि गांव में पशुओं का अस्पताल नहीं है, जिसके कारण ग्रामीणों को अपने पालतु पशुओं के उपचार के लिए बाहर जाना पड़ता है। जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी आती है। गांव के अधिकतर किसान पशु पालन के कार्य में शामिल है।

सीनियर सेकेंडरी किया जाए स्कूल : शमशेर

ग्रामीण शमशेर का कहना है कि सरकारी महाविद्यालय का निर्माण होने से क्षेत्र के बच्चों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने लिए इधर उधर नही भटकना पड़ेगा। प्रशासन को गांव के विद्यालय को मिडल से अपग्रेड कर सेकेंडरी या सीनियर सेकेंडरी में अपग्रेड कर देना चाहिए।

स्वास्थ्य साधन बेहतर करने चाहिए

लक्की लक्की ने बताया कि गांव में स्वास्थ्य के बेहतर साधन नहीं है। इलाज के लिए बिलासपुर, यमुनानगर की दौड़ लगानी पड़ती है। यहां भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होना चाहिए। इससे घर द्वार पर इलाज मिल सकेगा। लोगों को शहर तक की दौड़ भी नहीं लगानी पड़ेगी।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से कम होगी दिक्कत : नरेश

ग्रामीण नरेश कुमार का कहना है कि गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। प्रदेश सरकार को गांव में लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण करवाना चाहिए ग्रामीणों का अपने उपचार के लिए बिलासपुर पड़ता है जिसमें सबसे अधिक परेशानी महिलाओं व वृद्धों को होती है।

पानी निकासी के लिए अंडरग्राउंड पाइप लाइन बिछवाई गई है, जिससे गांव के पानी की निकासी गांव के बाहर पंचायती भूमि में होती है। गांव में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण कराया गया है, गलियों का निर्माण, स्ट्रीट लाइट लगाई गई है। पानी की आपूर्ति के लिए हैंडपंप लगवाए गए है। एससी श्मशान में शेड का निर्माण, श्मशान को जाने वाला रास्ता को पक्का कराया गया है। समय समय पर नालियों की साफ सफाई कराई जाती है। टूटी नालियों व गलियों की मरम्मत करवाई गई। ग्रामीणों की मांग को लिखित रूप में उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया जाएगा। अनुमति मिलते ही कार्य आरंभ करवा दिया जाएगा।

गुरदेव सिंह, सरपंच


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