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विद्या का मंदिर बना जरूरतमंदों की रसोई, 600 श्रमिकों को हर दिन खाना

ओम विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल शादीपुर का प्रांगण इन दिनों क्षेत्र के जरूरतमंदों की रसोई बना हुआ है। स्कूल के संचालक राजबीर आर्य व रायपुर के समाजसेवी अशोक शर्मा के प्रयासों से यहां हर दिन 600 जरूरतमंद लोगों के लिए खाना तैयार हो रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Apr 2020 05:45 AM (IST)Updated: Mon, 06 Apr 2020 06:14 AM (IST)
विद्या का मंदिर बना जरूरतमंदों की रसोई, 600 श्रमिकों को हर दिन खाना
विद्या का मंदिर बना जरूरतमंदों की रसोई, 600 श्रमिकों को हर दिन खाना

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : ओम विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल शादीपुर का प्रांगण इन दिनों क्षेत्र के जरूरतमंदों की रसोई बना हुआ है। स्कूल के संचालक राजबीर आर्य व रायपुर के समाजसेवी अशोक शर्मा के प्रयासों से यहां हर दिन 600 जरूरतमंद लोगों के लिए खाना तैयार हो रहा है। कभी दाल-चावल तैयार होते तो कभी आलू-गोभी व रोटी। क्षेत्र के कुछ समाजसेवी भी इस कार्य के लिए उनका योगदान कर रहे हैं। खाना तैयार करने वाला निशुल्क सेवाएं दे रहा है। उनका दैनिक जागरण की मुहिम हमारी गली हमारे जिम्मे के तहत जिम्मेदारी संभाली है। प्रयास यह है कि क्षेत्र में कोई भी जरूरतमंद व साधनहीन व्यक्ति भूखा न सोए। लॉकडाउन के चलते ये लोग घरों में हैं। इसलिए इनके लिए भोजन का प्रबंध करना साधन संपन्न लोगों की जिम्मेदारी बनती है। एक अप्रैल से किया था शुरू

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राजबीर आर्य ने बताया कि क्षेत्र में ऐसे परिवारों की संख्या काफी अधिक है जिनका चूल्हा दिन की दिहाड़ी से चलता है। लॉकडाउन के बाद इनके लिए रोटी का संकट पैदा हो गया। उसके बाद उन्होंने एक अप्रैल से स्कूल के प्रांगण में जरूरतमंद लोगों के लिए खाना तैयार करना शुरू कर दिया। पहले दिन केवल सब्जी बनाई। 30-30 रोटी एक घर से मंगवाई। सभी ने खुशी से दी। उसके बाद क्षेत्र के लोगों का सहयोग मिलने लगा। 250 लोगों का खाना तैयार किया। रविवार को करीब 600 लोगों के लिए कढ़ी-चावल व रोटी बनाई। सेवा के लिए ये भी आए आगे

इस मुहिम से जुड़ते शेर सिंह जयपुर ने एक दिन का भोजन, प्रवीण जयपुर दो दिन का, सुभाष खंडवा एक दिन, कुमार इलेक्ट्रोनिक्स खुर्दी एक दिन, नरेश अग्रवाल रायपुर एक दिन के खाने की जिम्मेदारी ली है। बाल भवन स्कूल की ओर से एक क्विटल आटा भेजा गया। क्षेत्र के अन्य लोग भी आगे आ रहे हैं। औद्योगिक इकाइयों में काम करते श्रमिक

शादीपुर व रायपुर में सैकड़ों प्लाइवुड इकाइयां हैं। यहां हजारों की संख्या में दूसरे राज्यों से आए मजदूर काम करते हैं। इन दिनों औद्योगिक इकाइयां बंद हैं। सभी मजदूर घर में ही है। ये लोग भूखे न सोएं, इसलिए उनके लिए भोजन की व्यवस्था की गई है।


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