निगम कार्यालय के सामने हर रोज जाम
नगर निगम कार्यालय में पार्किंग की व्यवस्था दुरुस्त न होने के कारण सड़क पर वाहन खड़े हो रहे हैं। आम लोगों के लिए कार्यालय में न अंदर वाहन खड़ा करने की जगह है और न ही बाहर। वाहन चालक अपनी मर्जी से वाहन खड़ा कर देते हैं।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : नगर निगम कार्यालय में पार्किंग की व्यवस्था दुरुस्त न होने के कारण सड़क पर वाहन खड़े हो रहे हैं। आम लोगों के लिए कार्यालय में न अंदर वाहन खड़ा करने की जगह है और न ही बाहर। वाहन चालक अपनी मर्जी से वाहन खड़ा कर देते हैं। कार्यालय के सामने ही सड़क पर वाहनों को खड़ा किया जा रहा है। पहली से संकरी सड़क ऐसे में और भी संकरी हो जाती है। बुधवार को दैनिक जागरण की टीम ने व्यवस्था का जायजा लिया। यहां सड़क से लेकर अफसर के रूम तक अव्यवस्था मिली। पहले सोचते कहां करें वाहन खड़ा
नगर निगम कार्यालय में विभिन्न कार्यों के लिए जाने वाले पहले यही सोचते हैं कि बाइक या कार को कहां खड़ा किया जाए। यहां-वहां नजर घुमाएगा, लेकिन जगह न मिलने पर सड़क पर खड़ा कर दिया जाएगा। बेशक बाद में यहां जाम क्यों न लग जाए। कई बार तो दूसरे वाहन इस कदर फंस जाता है कि उसको बाहर निकालना मुश्किल हो जाता है। नगर निगम कार्यालय के सामने अकसर जाम लगता है। हालांकि काफी दिन यहां वाहन खड़ा करने पर प्रतिबंध लगा रहा, लेकिन बाद में वही स्थिति पैदा हो गई। यहां भी स्थिति बेकाबू यहां भी बुरा हाल
नगर निगम कार्यालय के अलावा अलावा शहर के अन्य मुख्य स्थानों पर स्थिति देखने लायक होती है। फव्वारा चौक से रेलवे स्टेशन चौक, रमेश जून कार्नर, मोहन मुर्गेवाला, बीकानेर मिष्ठान भंडार, सरनी चौक, प्यारा चौक से नेहरू पार्क रोड सहित अन्य कई जगह पर शाम के समय वाहनों का जमावड़ा लगा रहता है। वाहन सड़कों पर ही खड़े कर दिए जाते हैं और हर दिन जाम का कारण बनते हैं। व्यवस्था में भी खोट
औद्योगिक नगरी यमुनानगर-जगाधरी के किसी भी बाजार में पार्किंग स्थल नहीं है। वाहन चालकों का जहां पर मन करता है वहीं पर वाहनों को पार्क कर देते हैं। इससे सड़क पर जाम की स्थिति बनी रहती है। हालांकि नगर निगम अधिकारियों की ओर से कई बार प्लानिग तैयार की गई कि शहर में कहीं पर पार्किंग स्थल बनाया जाए, लेकिन इस योजना को आज तक धरातल नहीं मिल पाया। यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए प्रशासन ने कई जगह पर नो पार्किंग जोन भी घोषित कर रखा है और सड़क पर व्हाइट पट्टी लगाकर आड़े-तिरछे वाहन खड़े करने वालों को रोकने का कदम उठाया गया। लोगों ने कुछ दिन तो इस सिस्टम के अनुरूप वाहन पार्किंग किए, लेकिन फिर उसी पुराने ढर्रे पर आ गए। पार्किंग स्थल का होना जरूरी
शहरवासी नीरज कुमार, प्रवेश कुमार व दीपक का कहना है कि शहर को पार्किंग व्यवस्था की दरकार है। जब तक पार्किंग स्थल नहीं होगा ट्रैफिक सिस्टम सुधर नहीं सकता। पार्किग स्थल न होने की वजह से लोगों को मजबूरी में सड़क किनारे वाहनों को खड़ा करना पड़ता है। अस्पतालों, कॉलेज और स्कूलों में पार्किंग व्यवस्था का होना जरूरी है। स्कूल कॉलेजों की ओर से बसों को सड़क किनारे खड़ी कर दिया जाता है। सड़क पर खड़े किए जाने वाले ऐसे वाहनों को जब्त किया जाना चाहिए।