जिन लोगों पर पहले भी केस दर्ज वो अवैध खनन करने से नहीं आ रहे बाज, खेतों में 20 फुट तक खाइयां खोदी
अवैध खनन करने वालों पर खनन विभाग व प्रशासन दोनों ही शिकंजा नहीं कस पाए हैं। अधिकारी अवैध खनन करने का केस दर्ज कराते हैं तो आरोपित फिर से खनन करने लग जाते हैं। जिला खनन अधिकारी ने गत दो दिनों में चार ऐसे लोगों पर केस दर्ज कराए हैं जिन पर पहले से एफआइआर दर्ज है। इन्होंने अपने खेतों में 15 से 20 फुट तक खाइयां खोद दी। अधिकारियों ने इन लोगों पर तो दोबारा केस दर्ज करवा दिया, लेकिन उन स्क्री¨नग प्लांट संचालकों पर कुछ भी कार्रवाई नहीं की गई, जहां अवैध खनन सामग्री बेची जाती थी।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : अवैध खनन करने वालों पर खनन विभाग व प्रशासन दोनों ही शिकंजा नहीं कस पाए हैं। अधिकारी अवैध खनन करने का केस दर्ज कराते हैं तो आरोपित फिर से खनन करने लग जाते हैं। जिला खनन अधिकारी ने गत दो दिनों में चार ऐसे लोगों पर केस दर्ज कराए हैं जिन पर पहले से एफआइआर दर्ज है। इन्होंने अपने खेतों में 15 से 20 फुट तक खाइयां खोद दी। अधिकारियों ने इन लोगों पर तो दोबारा केस दर्ज करवा दिया, लेकिन उन स्क्री¨नग प्लांट संचालकों पर कुछ भी कार्रवाई नहीं की गई, जहां अवैध खनन सामग्री बेची जाती थी। ध्यान रहे कि नियम के अनुसार तीन मीटर से अधिक माइ¨नग नहीं हो सकती। इसके अधिक माइ¨नग कानून के विरूद्ध है।
केस एक :
जिला माइ¨नग अधिकारी गुरजीत ¨सह ने थाना खिजराबाद पुलिस को दी शिकायत में बताया कि दोपहर के समय वह माइ¨नग इंस्पेक्टर ओमदत्त शर्मा, रमेश कुमार फौजी व रमेश कुमार खनन रक्षकों के साथ गांव ताजेवाला का निरीक्षण करने गए थे। इस दौरान मौके पर यमुना नदी के किनारे एक खेत में डेढ़ एकड़ में 20 फुट गहरे अवैध खनन के निशान पाए गए। पूछताछ करने पर पता चला कि जमीन गांव ताजेवाला निवासी राकेश मेहता की है। उसके खिलाफ पहले भी अवैध खनन के संबंध में केस दर्ज है। वह अपनी जमीन से खनन चोरी करके स्क्री¨नग प्लांट मै. हारून स्क्री¨नग प्लांट, फतेह हाजी का मै. बोम्बे स्क्री¨नग प्लांट, मै. रहमीया स्क्री¨नग प्लाट को बेचता है । उक्त प्लाटों ने खनन विभाग से मिनरल डीलर लाइसेंस नहीं ले रखा है। आरोपित ने यमुना नदी के किनारे पर लगे बांध के साथ अवैध खनन करके बांध को क्षति पहुंचाई है, जबकि यमुना नदी के बांध के 500 मीटर क्षेत्र में खनन पर पूर्ण रूप से पाबंदी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर राकेश मेहता के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
केस दो :
खनन अधिकारी ने गांव बेलगढ़ यमुना नदी के किनारे के साथ पूर्व दिशा में एक खेत में तीन एकड़ मे 15 फुट गहरे अवैध खनन के ताजा निशान देखे। उन्हें पूछताछ में पता चला कि यह जमीन सुलतान के नाम पर है। आरोपित द्वारा अपनी जमीन में अवैध खनन करके बेलगढ़ में लगे स्क्री¨नग प्लांटों पर बेचा जा रहा है। इस जमीन का विभाग से ठेका नहीं लिया गया। सुलतान पर पहले भी अवैध खनन करने का केस दर्ज है। यह व्यक्ति अवैध खनन करने से नहीं हट रहे। उसने अवैध खनन करके यमुना नदी के बांध को नुकसान पहुंचाने का काम किया है। पुलिस ने सुलतान पर दोबारा केस दर्ज कर लिया।
केस तीन
गुर¨जद्र ¨सह ने गांव बेलगढ़ में ही यमुना नदी के किनारे के साथ एक एकड़ में 15 फुट गहरे अवैध खनन होते मिली। यह जमीन यमुना नदी के किनारे पर लगे बांध के साथ लगती है। यह जमीन गांव बल्लेवाला निवासी ईश्वर की पत्नी के नाम पर है। ईश्वर इस जमीन में जेसीबी मशीन व ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की सहायता से अवैध खनन करके बेलगढ़ में लगे स्क्री¨नग प्लांटों पर बेच रहा है। इस जमीन का भी विभाग द्वारा कोई ठेका नहीं दिया गया। ईश्वर के खिलाफ पहले भी इसी के साथ लगती जमीन में अवैध खनन करने का केस दर्ज है। पुलिस ने ईश्वर के खिलाफ एक बार फिर केस दर्ज किया है।
केस चार
गांव ताजेवाला में ही गुर¨जद्र ¨सह ने यमुना नदी के साथ दो एकड़ में 20 फुट गहरा अवैध खनन पकड़ा। जमीन नसीमा पत्नी इसरान व नसीमा पत्नी सनौवर खां के नाम पर है। इसरान व सनोवर खान द्वारा एचएम, मशीनों व डंपरों से अवैध खनन करके स्क्री¨नग प्लांट मै. इसरान स्क्री¨नग प्लाट व मैं. फ्रेडस स्क्री¨नग प्लांट गांव ताजेवाला पर ले जाया गया। इन स्क्री¨नग प्लांटों ने खनन विभाग से मिनरल डीलर लाइसेंस नहीं ले रखा है। दोनों पर पहले भी अवैध खनन करने का केस दर्ज है। पुलिस ने आरोपितों पर दोबारा केस दर्ज किया है।