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फिर टूटा पीएनबी का एटीएम, इस बार भी कैश चोरी न होने का दावा

एक बार फिर पीएनबी के एटीएम में चोरी की कोशिश हुई। अब कैंप एरिया में लगे पीएनबी के एटीएम को तोड़ा गया। हालांकि हालांकि बैंक प्रबंधक की ओर से दावा किया जा रहा है कि एटीएम में नगदी सुरक्षित है। पुलिस ने मौके का निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Dec 2018 05:25 PM (IST)Updated: Tue, 04 Dec 2018 11:40 PM (IST)
फिर टूटा पीएनबी का एटीएम, इस बार भी कैश चोरी न होने का दावा
फिर टूटा पीएनबी का एटीएम, इस बार भी कैश चोरी न होने का दावा

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

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एक बार फिर पीएनबी के एटीएम में चोरी की कोशिश हुई। अब कैंप एरिया में लगे पीएनबी के एटीएम को तोड़ा गया। हालांकि हालांकि बैंक प्रबंधक की ओर से दावा किया जा रहा है कि एटीएम में नगदी सुरक्षित है। पुलिस ने मौके का निरीक्षण किया। मामले में बैंक प्रबंधक पुनीत कुमार की शिकायत पर गांधीनगर चौकी में केस दर्ज हुआ है।

पीएनबी के एटीएम चोरों के निशाने पर हैं। एक सप्ताह में दूसरी वारदात पीएनबी के एटीएम पर हुई है। पीएनबी के प्रबंधक पुनीत कुमार ने बताया कि सुबह साढ़े नौ बजे सफाई के लिए अधिकृत कर्मचारी किशनलाल एटीएम में पहुंचा था। इस दौरान मशीन का एक साइड का हिस्सा टूटा हुआ मिला। इस बारे में उन्हें सूचना मिली, तो वह मौके पर पहुंचे। वहां पर पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने मौके पर जांच की, तो बिजली और सीसीटीवी की तार कटी मिली। हालांकि जो रकम एटीएम में थी। वह सुरक्षित मिली। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। पुनीत कुमार का कहना है कि एटीएम की रकम भी सहयोगी एजेंसी सीएमएस के माध्यम से जमा करवा दी गई।

यहां हो चुकी पीएनबी के एटीएम पर वारदात

24 नवंबर की रात को बिलासपुर में एटीएम तोड़ने की कोशिश की गई। चोरों ने सीसीटीवी कैमरा व मशीन का बाहरी प्लास्टिक तोड़ दिया था। दो साल पहले रादौर में एक ट्रैक्टर पर आए बदमाशों ने पहले तो पीएनबी बैंक के सीसीटीवी तोड़े। उसके बाद रस्से से एटीएम मशीन बांध कर उसे ट्रैक्टर से बांध कर उखाड़ कर ले गए थे। उसमें लाखों रुपए थे। इसका खुलासा आज तक नहीं हुआ। उखाड़े जाने के तीन दिन बाद यह एटीएम पश्चिमी यमुना नहर में खाली पड़ी मिली थी। जगाधरी में यूनियन बैंक की एटीएम को गैस कटर से काट दिया गया था। लेकिन स्मोक सेंसर एक्टीवेट होने से चोर भाग निकले। एक साल पहले कन्हैया साहिब चौक के निकट एचडीएफसी बैंक का एटीएम तोड़ा गया था।

कोट्स :

यह बैंक की आउटसोर्सिंग पॉलिसी है। इसकी देखरेख सर्कल ऑफिस कुरूक्षेत्र से होती है। कई घटनाएं हो चुकी हैं।अब इन एटीएम को टेकऑफ किया जाएगा। इसके लिए सर्कल ऑफिस में भी पत्र भेजा गया है कि यमुनानगर सेंसेटिव है। इसलिए यहां पर गार्ड लगाए जाएं। सर्कल ऑफिस में जो बैठक होगी। उसमें यह मामला रखा जाएगा।

-सुनील चावला, एलडीएम। जिले में 198 एटीएम

जिले में कुल 198 एटीएम है। जिनमें से 80 फीसद पर सुरक्षा गार्ड नहीं है। दिन में तो कुछ एटीएम पर गार्ड दिखाई देते हैं, लेकिन रात में इनकी ड्यूटी नहीं लगती। जिले में पीएनबी के किसी भी एटीएम पर गार्ड नहीं है। इसका कारण यह है कि पीएनबी ने आउट सोर्सिंग पॉलिसी के तहत बीमा करवाया हुआ है। इसलिए बैंक इस ओर से लापरवाह रहते हैं।

बेहद खराब स्थिति में हैं एटीएम

ज्यादातर एटीएम डोर डेबिट कार्ड स्वैप सिस्टम टूटे हैं। यही वजह है कि एटीएम में तीन-चार लोग देखे जा सकते हैं। यदि ये सिस्टम एटीएम पर लगा हो और गार्ड भी न हो तो ग्राहक को कुछ सुरक्षा जरूर मिलती है। क्योंकि अंदर से कार्ड स्वैप होने के बाद ही दरवाजा खुलता है। तब तक बाहर से कोई भी अंदर नहीं जा सकता। खराब सिस्टम को ठीक कराने के लिए बैंक कोई कदम नहीं उठाता।

एटीएम में शिकायत नंबर भी नहीं

शहर में लगे कई एटीएम में किसी भी प्रकार की शिकायत के लिए संपर्क नंबर नहीं लिखे हैं। अगर एटीएम कार्ड मशीन में फंस जाए, खाते से पैसे डेबिट हो जाए, एटीएम कार्ड खो जाए या एटीएम हैंग हो जाए तो उसकी शिकायत किससे की जाए, ऐसा भी एटीएम कक्ष में जिक्र नहीं है।

ये सुविधा देनी होती है बैंक को

- दिन में दो बार दिन एटीएम कक्ष की सफाई करना।

- एटीएम का एयर कंडीशन चालू रखना।

- सुरक्षा की ²ष्टि से कैमरों को चालू रखना।

- एटीएम से प्रत्येक ट्रांजेक्शन की पर्ची निकलना।

- एटीएम दरवाजे का बंद रहना।

- एटीएम कक्ष में रात को पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था रखना।

- एटीएम के बाहर सुरक्षा के लिए गार्ड तैनात करना।

- सीसी टीवी कैमरों में रिकॉर्डिंग 24 घंटे चालू रखी जाए।

- बैंक मोबाइल एसएमएस, ई-मेल और अन्य माध्यमों से उपभोक्ताओं को जागरूक करें।

वर्जन

एटीएम पर गार्ड रखना बैंकों की जिम्मेदारी है। इस संबंध में कई बार बैंक अधिकारियों के साथ बैठकें हो चुकी हैं। जिसमें सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा होती है। सबसे अधिक जोर गार्ड तैनात करने पर दिया जाता है। इसके अलावा बैंकों के अधिकारियों को पत्र भी भेजा गया है।

-रणधीर ¨सह, डीएसपी हेडक्वार्टर।


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