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गन्ना नहीं उगाने वाले किसानों से भी भरवा लेते थे बांड, फर्जीवाड़े में पांच कर्मचारी और शामिल

सरस्वती शुगर मिल में एक पर्ची पर दो-दो ट्रॉलियां तुलवाकर फर्जीवाड़ा करने में गिरफ्तार अंकित और अजय की रिमांड मंगलवार को पूरी हो गई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Apr 2019 01:59 AM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 06:35 AM (IST)
गन्ना नहीं उगाने वाले किसानों से भी भरवा लेते थे बांड, फर्जीवाड़े में पांच कर्मचारी और शामिल
गन्ना नहीं उगाने वाले किसानों से भी भरवा लेते थे बांड, फर्जीवाड़े में पांच कर्मचारी और शामिल

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

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सरस्वती शुगर मिल में एक पर्ची पर दो-दो ट्रॉलियां तुलवाकर फर्जीवाड़ा करने में गिरफ्तार अंकित और अजय की रिमांड मंगलवार को पूरी हो गई। पुलिस को उनसे महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी है। दोनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पूछताछ में पांच और कर्मचारियों के नाम सामने आए हैं। ये कर्मचारी -अपने रिश्तेदारों और जानकारों से पर्चियां लेते थे। इस पर्ची पर वह ट्रॉली को तौला जाना दिखाते थे। उसकी पेमेंट इन किसानों के खाते में आती। इन्हें बाद में आरोपित बांट लेते थे।

शुक्रवार की रात को शुगर मिल में यह फर्जीवाड़ा पकड़ में आया। जब एक किसान की ट्रॉली कांटे पर पहुंची और उसे रसीद किसी दूसरे के नाम की दी गई। सुपरवाइजर लाभ सिंह ने इसे पकड़ा। उनकी शिकायत पर हमीदा पुलिस चौकी में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के चंदेना गांव निवासी अंकित शर्मा और ढिक्का निवासी अजय, सौरभ और शाहरुख पर केस दर्ज किया। मौके से अंकित और अजय को पकड़ लिया था। इसके बाद से ही दोनों आरोपित कर्मचारी पुलिस हिरासत में थे। दोनों कर्मचारी आपस में जीजा साले हैं। लंबे समय से कर रहे थे नौकरी

अंकित और अजय दोनों पांच-छह साल से शुगर मिल में नौकरी कर रहे थे। दोनों एरिया के किसानों से भी परिचित थे। ये कर्मचारी अपने जानकार किसानों से पर्ची लेते थे। इसमें ऐसे किसानों की पर्चियां ली जाती थी, जिनका मिल में बांड होता था, लेकिन खेत में गन्ना नहीं होता था। ऐसे किसानों की पर्चियां ही इस फर्जीवाड़े के लिए प्रयोग की जाती। इन किसानों के खाते में पैसे आते तो कर्मचारी और किसान बांट लेते थे। बताया जा रहा है कि ये कर्मचारी ही मिल के अन्य कर्मचारियों से मिलीभगत करते और सर्वे के दौरान अपने जानकार किसानों के खेतों में गन्ना बताकर बॉड भरवा देते थे। ऐसे किसानों के नाम पर बांड भराए गए, जिनके पास नाममात्र की जमीन है और वह गन्ना भी नहीं लगाते हैं। कोट्स :

हमीदा चौकी इंचार्ज अमरीक सिंह ने बताया कि दोनों कर्मचारियों का रिमांड पूरा हो गया है। उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। कई अन्य कर्मचारी भी इस फर्जीवाड़े में शामिल हैं। उनकी भी तलाश की जा रही है।


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